अहमदाबाद : गुजरात के अहमदाबाद में चंदोला झील के आसपास अवैध रूप से बनी 150 झोपड़ियों को ध्वस्त कर दिया गया, जिन्हें ‘मिनी बांग्लादेश’ के रूप में जाना जा रहा था। इस कार्रवाई में मुख्य आरोपी महमूद पठान उर्फ लल्लू बिहारी को गिरफ्तार किया गया है, जिसने कथित तौर पर बांग्लादेशी घुसपैठियों को बसाने के लिए ये अवैध बस्तियां बनाई थीं।
मीडिया सूत्रों के अनुसार यह कार्रवाई अहमदाबाद म्युनिसिपल कॉरपोरेशन (एएमसी) और गुजरात पुलिस के संयुक्त अभियान का हिस्सा थी।
क्या है पूरा मामला?
लल्लू बिहारी पर आरोप है कि उसने सरकारी जमीन पर अतिक्रमण कर 150 झोपड़ियां बनाईं और बांग्लादेशी घुसपैठियों को वहां बसाया। इन लोगों को फर्जी दस्तावेज जैसे आधार कार्ड और किरायानामा देकर भारतीय नागरिकता का झूठा दावा करवाया गया। कुछ लोगों ने तो पासपोर्ट भी हासिल कर लिए थे। इस इलाके में नशीले पदार्थों की तस्करी, मानव तस्करी और देह व्यापार जैसी गैरकानूनी गतिविधियों के सबूत भी मिले हैं।
बड़े पैमाने पर कार्रवाई:
29 अप्रैल 2025 से शुरू हुए इस अभियान में 70 से ज्यादा अर्थ मूवर्स और 2,000 पुलिसकर्मियों की मदद से 4,000 से अधिक अवैध संरचनाओं को ध्वस्त किया गया। इस दौरान एक घर से देसी शराब का गोदाम भी बरामद हुआ। गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने खुद इस ऑपरेशन की समीक्षा की, जिसमें डीजीपी विकास सहाय और गृह राज्य मंत्री हर्ष सांघवी भी शामिल थे।
पहलगाम हमले से बढ़ी सख्ती:
हाल ही में पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद गुजरात में अवैध बस्तियों के खिलाफ कार्रवाई तेज कर दी गई है। राज्य भर में 550 से ज्यादा बांग्लादेशी घुसपैठियों को हिरासत में लिया गया है, जिनमें से 450 अकेले अहमदाबाद से पकड़े गए। पुलिस अब महमूद पठान के सहयोगियों और इस नेटवर्क की गहराई तक जांच कर रही है।
पुलिस का बयान:
अहमदाबाद के डीसीपी अजित राजियन ने कहा, “चंदोला इलाका अवैध घुसपैठियों का अड्डा बन गया था। हमने सुप्रीम कोर्ट के अतिक्रमण विरोधी आदेश का पालन करते हुए यह कार्रवाई की है। लल्लू बिहारी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है और क्राइम ब्रांच इस मामले की गहन जांच कर रही है।