अहमदाबाद: गुजरात के अहमदाबाद शहर में खारीकट नहर के पुनर्विकास की महत्वाकांक्षी परियोजना ने एक नया मोड़ ले लिया है। अहमदाबाद नगर निगम (एएमसी) इस नहर को छह लेन वाले कॉरिडोर में तब्दील करने की दिशा में तेजी से काम कर रहा है, जिससे शहर के शहरी विकास को नई गति मिलने की उम्मीद है। इस परियोजना का एक हवाई दृश्य हाल ही में एएनआई हिंदी न्यूज ने अपने आधिकारिक एक्स हैंडल पर साझा किया, जिसमें नहर के आसपास के क्षेत्र में चल रहे कार्यों की झलक देखने को मिली।
खारीकट नहर, जो सिंचाई विभाग द्वारा निर्मित है, अहमदाबाद नगर निगम की सीमा से होकर गुजरती है। बढ़ते शहरीकरण के कारण इस नहर में कचरे का अनियंत्रित निपटान और प्रदूषण एक बड़ी समस्या बन गया है, जिससे सार्वजनिक स्वास्थ्य को खतरा पैदा हो रहा है। इसके अलावा, नहर के दोनों ओर बसे टाउन प्लानिंग (टीपी) क्षेत्रों में कनेक्टिविटी की समस्या भी एक प्रमुख चिंता का विषय रही है। इस चुनौती से निपटने के लिए गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने इस परियोजना को हरी झंडी दी है और एएमसी को इसके कुशल निष्पादन की जिम्मेदारी सौंपी है।
खारीकट नहर पुनर्विकास परियोजना को दो चरणों में पूरा किया जा रहा है। पहले चरण में नरोदा श्मशान से विनजोल वेहला तक 12.75 किलोमीटर लंबे हिस्से को विकसित करने का काम शामिल है। इस चरण के लिए 1,338 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया गया था, जिसमें से अब तक 700 करोड़ रुपये से अधिक खर्च किए जा चुके हैं। इस चरण का 80 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है। पहले चरण के तहत नहर के ऊपर सड़क निर्माण का कार्य भी किया गया है, जिसका निरीक्षण स्वयं मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने पिछले साल मार्च में किया था।
दूसरे चरण के लिए मुख्यमंत्री ने हाल ही में 1,003 करोड़ रुपये की मंजूरी दी है। इस चरण में नहर के बाकी हिस्सों को पांच अलग-अलग खंडों में विकसित किया जाएगा। इस परियोजना को स्वर्णिम जयंती मुख्यमंत्री शहरी विकास योजना के तहत पूर्ण वित्तीय सहायता दी जा रही है। इस चरण के पूरा होने के बाद नहर न केवल स्वच्छ और सुव्यवस्थित होगी, बल्कि यह शहर की कनेक्टिविटी और बुनियादी ढांचे को भी मजबूत करेगी।
एएमसी के एक अधिकारी ने बताया, “खारीकट नहर का पुनर्विकास अहमदाबाद के शहरी परिदृश्य को बदल देगा। यह परियोजना न केवल प्रदूषण की समस्या को हल करेगी, बल्कि शहर को एक स्मार्ट और स्वच्छ शहर के रूप में नई पहचान भी देगी।” इस परियोजना के तहत नहर के आसपास के क्षेत्रों को भी व्यवस्थित करने की योजना है, ताकि स्थानीय लोगों को बेहतर सुविधाएं मिल सकें। अहमदाबाद, जो पहले से ही स्मार्ट सिटी के रूप में अपनी पहचान बना चुका है, इस परियोजना के जरिए शहरी विकास के क्षेत्र में एक और कदम आगे बढ़ाने जा रहा है। स्थानीय निवासियों को उम्मीद है कि यह कॉरिडोर न केवल यातायात को सुगम बनाएगा, बल्कि क्षेत्र के समग्र विकास में भी योगदान देगा।