बिहार में पिछले 10 दिनों से झुलसा रही भीषण गर्मी से आज राहत मिलने की उम्मीद है। मौसम विभाग ने राज्य के सभी 38 जिलों में मध्यम से भारी वर्षा की संभावना जताई है। हालांकि, सोमवार की रात और मंगलवार की सुबह तक चली बिजली युक्त बारिश ने राज्य भर में विनाशकारी रूप धारण कर लिया। पिछले 24 घंटों में आकाशीय बिजली गिरने से 14 लोगों की मौत हो गई, जबकि 12 अन्य गंभीर रूप से झुलस गए हैं। बक्सर, कैमूर, कटिहार, बगहा, भागलपुर, सीतामढ़ी और बेतिया जैसे जिलों में बिजली गिरने की घटनाएं भयावह रूप में सामने आईं।
सबसे हृदयविदारक दृश्य बक्सर जिले में देखने को मिला, जहाँ बारिश से बचने के लिए गंगा किनारे पीपल के पेड़ के नीचे खड़े लोगों पर वज्रपात हुआ। घटना में चार लोगों की मौके पर ही मौत हो गई — मिथलेश राम (22), झोला सिंह (60), वीरेंद्र गोंड (45) और 12 वर्षीय अंकुश राम। कई अन्य घायल हुए हैं, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
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कटिहार जिले के फलका और बारसोई प्रखंडों में दो महिलाओं और एक किशोर की मृत्यु हुई। एक महिला बकरियां चरा रही थी, दूसरी खेत में काम कर रही थी। मघेली गाँव में एक किशोर पहली बारिश में भीग रहा था — जो उसके जीवन की आखिरी बारिश बन गई। बगहा के रामनगर में आम के बगीचे में खेल रहे दो छात्र, शमीम अंसारी और अजीम मियां की मौत हो गई। उनके साथ खेल रहे तीन अन्य बच्चे गंभीर रूप से झुलस गए हैं। बेतिया के लौरिया थाना क्षेत्र में धान की रोपनी के बाद घर लौट रहे श्रमिकों पर बिजली गिरी, जिसमें एक महिला की जान चली गई, जबकि पाँच मजदूर गंभीर रूप से घायल हैं।
प्रशासन ने मृतकों के परिजनों को मुआवज़े की प्रक्रिया शुरू कर दी है। वहीं, घायलों का इलाज विभिन्न अस्पतालों में चल रहा है। मौसम विभाग ने लोगों से अपील की है कि बारिश और बिजली गिरने के दौरान खुले स्थानों, पेड़ों के नीचे और खेतों में ना जाएं। अगले कुछ दिनों तक मौसम अस्थिर बना रह सकता है। राज्य सरकार ने जिला प्रशासन को चौकसी और त्वरित राहत कार्यों के निर्देश दिए हैं। ग्रामीण इलाकों में आपदा राहत दल सक्रिय कर दिए गए हैं।