पूर्णिया, बिहार: बिहार के पूर्णिया जिले के बनमनखी में दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। रविवार देर रात 25 महादलित परिवारों के घर जलकर खाक हो गए। प्रभावित परिवारों ने इस आग को दुर्घटना नहीं, बल्कि साजिश करार दिया है। स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया है कि यह आग प्रशासन ने बीजेपी विधायक के इशारे पर लगवाई, ताकि इन परिवारों को उनकी जमीन से बेदखल किया जा सके।
बेघर हुए महादलित, प्रशासन पर गंभीर आरोप
आगजनी में सैकड़ों लोग बेघर हो गए, उनका जीवनभर की पूंजी जलकर राख हो गई। पीड़ित परिवारों ने प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस ने पहले उनके साथ मारपीट की और फिर उनके घरों को आग के हवाले कर दिया। इस घटना के बाद पूरे इलाके में गुस्से का माहौल है, लोग सड़कों पर उतरकर न्याय की मांग कर रहे हैं।
सांसद पप्पू यादव मौके पर पहुंचे, की आर्थिक मदद
घटना की जानकारी मिलते ही पूर्णिया के सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव रात में ही मौके पर पहुंचे। उन्होंने पीड़ितों को तत्काल आर्थिक सहायता दी और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। उन्होंने प्रशासन और बीजेपी विधायक पर सीधा आरोप लगाते हुए कहा, “ये जलाने की घटना महज एक हादसा नहीं, बल्कि एक सुनियोजित साजिश है। बीजेपी के विधायक के इशारे पर प्रशासन ने महादलित परिवारों के घर जलाकर उनका सबकुछ छीन लिया।”
‘महादलितों पर जुल्म नहीं सहेंगे, संसद में उठाएंगे मुद्दा’
सांसद पप्पू यादव ने कहा कि “अगर प्रशासन और सरकार महादलितों को न्याय नहीं दिलाती, तो हम इस मुद्दे को संसद तक लेकर जाएंगे। यह घटना सिर्फ 25 परिवारों की नहीं, बल्कि पूरे समाज पर हमला है। संविधान होते हुए भी अगर दलितों पर अत्याचार जारी रहेगा, तो हम चुप नहीं बैठेंगे।”
नीतीश सरकार पर भी उठाए सवाल
पप्पू यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर भी सवाल उठाए और कहा, “सीएम नीतीश कुमार ने महादलितों के लिए कई योजनाएं शुरू कीं, लेकिन ज़मीनी स्तर पर बीजेपी के विधायक और उनके समर्थक प्रशासन का दुरुपयोग कर महादलितों को उजाड़ रहे हैं। अगर मुख्यमंत्री सच में न्याय चाहते हैं, तो इस घटना की उच्च स्तरीय जांच कराएं और दोषियों पर सख्त कार्रवाई करें।”