RANCHI : गैंगस्टर अमन साहु जेल से ही रंगदारी का धंधा चला रहा है। रंगदारी नहीं देने पर बड़ी कंपनियों के अफसर की हत्या करा देता है। कोयला कारोबारियों, ट्रांसपोर्टरों, लिफ्टरों और कोल माइनिंग कंपनियों के लोगों में उसकी वजह से दहशत है। रांची, हजारीबाग, चतरा, लातेहार व रामगढ़ जिले में उसका आतंक है। उसने कोलकाता में भी एक कोयला कारोबारी के ठिकाने पर फायरिंग करायी थी। लातेहार की बालूमाथ पुलिस की पूछताछ में उसने कई खुलासे किये हैं। साथ ही उसने बताया कि बड़कागांव में काम कर रही ऋत्विक कंपनी के वाइस प्रेसीडेंट सतीश से एक वर्ष पूर्व 65 करोड़ रुपये की रंगदारी मांगी थी। जब कंपनी की ओर से किसी ने संपर्क नहीं किया तो हत्या की योजना बनाई।
कंपनी से किस्तों में मांगी थी रंगदारी
उसने बताया कि 65 करोड़ रुपए कंपनी को किस्तों में 25 वर्षों में देनी थी। लेकिन, कंपनी की ओर से पैसा पहुंचाने के लिए संपर्क नहीं किया गया। कई बार ऋत्विक कंपनी के पदाधिकारियों को पैसे देने के लिए बोला गया। कंपनी के पदाधिकारियों ने हमलोगों के नंबर ब्लॉक कर दिये। दूसरे नंबर से फोन करने पर रिसीव नहीं किया। तब कंपनी के किसी बड़े अधिकारी पर गोलीबारी नहीं की जायेगी, तब तक कंपनी बात नहीं मानेगी। तब इसके बाद ही फरवरी 2023 में कोलकाता जेल में रहते हुए कंपनी के जीएम भास्कर को मारने की योजना बनायी। फिर गिरोह के मयंक सिंह उर्फ शेखर सिंह के कहने पर बाहर के शूटरों को बुलाया गया। हजारीबाग जेल में बंद युगेश्वर महतो ने मैनेज करने का काम किया। वहीं, पतरातू के चंदन साव ने शूटरों की व्यवस्था की।
जीएम के बदले को-आर्डिनेटर मारा गया
अमन साहु ने ऋत्विक कंपनी के जीएम भास्कर की हत्या की साजिश रची थी, जबकि उसके बदले इसी कंपनी के अधिकारी शरत कुमार की हत्या हो गयी। गौरतलब है कि शरत कुमार की हत्या अमन साहु गिरोह द्वारा किये जाने का खुलासा पिछले दिनों हजारीबाग पुलिस ने भी किया था। अमन साहु ने पूछताछ में यह भी कहा कि कोयला कारोबारियों से हवाला के माध्यम से रंगदारी व लेवी का पैसा लिया जाता है। वहीं, गिरोह के लिए हथियार खरीदने में भी पैसे का उपयोग हवाला के जरिये किया जाता है।