झारखंड के बड़कगांव से कांग्रेस विधायक अंबा प्रसाद के ठिकानों पर दूसरे दिन भी ED की रेड जारी है। टीम ने पहले दिन जहां विधायक समेत उनके करीबियों के 17 ठिकानों पर छापेमारी की थी, तो वहीं दूसरे दिन विधायक के आवास पर कागजातों को खंगाला जा रहा है। उनपर जमीन और खनन से जुड़े मामले को लेकर ED की रेड चल रही है। इस बीच उन्होंने बीजेपी पर बड़ा आरोप लगाया है।
उन्होंने कहा है कि बीजेपी उन्हें हजारिबाग की सीट से चुनाव लड़ने का ऑफर दे रही थी। लेकिन उन्होंने इसे ठुकरा दिया और कांग्रेस पार्टी की तरफ से ही बड़कागांव से चुनाव लड़ने का फैसला लिया। ऐसे में बीजेपी बदला निकालने के लिए उनके साथ ऐसा कर रही है। बीजेपी ईडी के जरिए डराने की कोशिश कर रही है।
उन्होंने कहा कि बीजेपी में शामिल नहीं होने की वजह से ईडी की छापेमारी हो रही है। उन्होंने कहा, ‘मुझे बीजेपी की तरफ से हजारीबाग के सांसदी का टिकट ऑफर हुआ, जिसे मैंने ठुकरा दिया। हम कांग्रेस पार्टी से हैं और हम लगातार बड़कागांव सीट जीतते आए हैं। मेरे टिकट से इनकार करने की वजह से कार्रवाई हुई है।’
बता दें कि ED की नजर कांग्रेस विधायक अंबा प्रसाद पर पिछले साल से ही थी। ईडी के रांची जोनल आफिस में अंबा प्रसाद के खिलाफ मनी लॉन्डिंग की शिकायत की गई थी। शिकायत के आधार पर ईडी के डिप्टी डायरेक्टर स्तर के अधिकारी ने पुलिस से अंबा के खिलाफ दर्ज सारे एफआईआर की जानकारी मांगी थी।
वहीं, ईडी ने पूछा था कि अंबा खिलाफ प्रिडिकेटिव आफैंस का कोई केस दर्ज है या नहीं। ईडी के पत्राचार के बाद पुलिस ने विधायक के खिलाफ दर्ज कांडों की सूची ईडी को सौंप दी है। गौरतलब हो कि अंबा प्रसाद झारखंड की राजनिति की चर्चित विधायक है। उनके माता और पिता भी बड़कागांव सीट से विधायक रह चुके है। अंबा प्रसाद के मां-बाप को जब कफ़न सत्याग्रह के दौरान जेल भेजा गया था तो अंबा ने अपनी राजनीति केरियर की शुरूआत की थी।