Amit Shah Bihar Visit: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने अंदरूनी समीक्षा शुरू कर दी है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के दो दिवसीय बिहार दौरे ने सियासी हलचल और तेज कर दी है। पटना स्थित बीजेपी कार्यालय में होने वाली अहम बैठक में कई बड़े फैसले लिए जाने की संभावना है। सूत्रों का कहना है कि पार्टी इस बार करीब डेढ़ दर्जन से अधिक मौजूदा विधायकों का टिकट काट सकती है, क्योंकि हालिया आंतरिक सर्वे में उनके खिलाफ जनता और कार्यकर्ताओं की नाराजगी साफ झलक रही है।
बीजेपी के प्रदेश स्तर पर 24 और 25 सितंबर को हुई लंबी बैठकों में कोर कमेटी ने जिलेवार फीडबैक लिया। लगभग 15 घंटे चली इस समीक्षा में संगठन की ताकत, बूथ स्तर की स्थिति और स्थानीय मुद्दों पर विस्तार से चर्चा हुई। पार्टी ने यह भी देखा कि किन विधायकों की छवि कमजोर है और किन क्षेत्रों में एंटी-इनकम्बेंसी का असर ज्यादा है।
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जानकारी के मुताबिक, पार्टी की रणनीति साफ है – चुनावी मैदान में केवल वही चेहरे उतारे जाएंगे जिनकी पकड़ जनता में मजबूत है। इसी कड़ी में उन विधायकों की सूची तैयार की जा रही है जिनकी भूमिका एनडीए सरकार के शक्ति परीक्षण के दौरान संदिग्ध रही थी। ऐसे विधायकों पर पार्टी की सख्त नजर है। वहीं, 70 साल से अधिक उम्र वाले और कम सक्रिय नेताओं का भी टिकट कट सकता है। साथ ही बेहद कम अंतर से जीतने वाले करीब 13 विधायकों पर भी गाज गिरने की संभावना है।
सूत्रों का कहना है कि उम्मीदवारों की अंतिम घोषणा पटना नहीं बल्कि दिल्ली से होगी। बिहार बीजेपी नेताओं को अपनी-अपनी सीटों पर 4-5 दावेदारों की सूची तैयार कर भेजने का निर्देश दिया गया है। इसके बाद दिल्ली में केंद्रीय नेतृत्व उम्मीदवारों के नामों की छंटनी कर अंतिम फैसला करेगा। अमित शाह ने प्रदेश नेतृत्व को साफ संदेश दिया है कि उम्मीदवारों के चयन में पारदर्शिता और जीतने की क्षमता ही प्राथमिकता होगी।






















