नयी दिल्ली: आज राज्यसभा में गृह मंत्री अमित शाह ने मोदी सरकार के 10 सालों के बड़े काम गिनाए। इस दौरान उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने पिछले 10 साल में देश के तीन बड़े नासूरों को उखाड़ फेंका। ये तीन नासूर थे जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद की समस्या, वामपंथी उग्रवाद और उत्तर पूर्व का उग्रवाद। गृहमंत्री ने आगे कहा,’ 2014 में सरकार बनाते समय हम कई सारे लेगेसी इश्यू मिले थे। अगर तीन बड़े नासूरों की बात की जाए तो उनके कारण देश की सुरक्षा, विकास और सार्वभौमिकता खतरे में आ गई थी।
ये तीनों नासूर पिछले चार दशकों से देश की सुरक्षा-व्यवस्था में खलल डालते रहे। इनके कारण ही विकास की गति को अवरुद्ध हो रही थी।’ वामपंथी उग्रवाद की बात करते हुए अमित शाह ने कहा,’ये तो तिरुपति से पशुपतिनाथ तक एक करने का सपना देखते थे. तीनों समस्याओं को एक साथ गिना जाए तो चार दशक में इनके कारण देश के 92 हजार नागरिक मारे गए। मोदी सरकार आने से पहले तक इनके उन्मूलन को कोशिश कभी नहीं की गई। इस काम को मोदी सरकार आने के बाद किया गया।’
आतंकवाद की बात करते हुए अमित शाह ने कहा,’हम जानते थे कि कश्मीर में आए दिन पड़ोसी देश से आतंकी घुसते थे, धमाके और हत्याएं करते थे। हालत ऐसी थी कि कोई भी त्योहार बिना चिंता के नहीं बीत पाता था। लेकिन केंद्र सरकार चुप्पी साध लेती थी।’ पिछली और अब की सरकार में अंतर बताते हुए अमित शाह ने कहा,’मोदी सरकार आने के बाद भी आतंकी हमले हुए। लेकिन हमने आतंकवाद पर जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई। पहले हमले होते थे कुछ नहीं होता था। लोग भूल जाते थे।
मोदी सरकार के आने के बाद उरी पुलवाना में हमला हुआ। लेकिन 10 दिन के अंदर ही पाकिस्तान के घर में घुसकर सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक कर दी गई। पूरी दुनिया में दो ही देश ऐसे थे, जो अपनी सीमा की सुरक्षा के लिए सामान के साथ तत्पर रहते थे। वो दो देश थे अमेरिका और इजरायल। लेकिन मोदी सरकार ने उस लिस्ट में भारत को जोड़ने का काम किया। अमित शाह ने मोदी सरकार की उपलब्धियों को सबके समक्ष रखा।