पटना: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह अपने तीन दिवसीय बिहार दौरे के तहत शुक्रवार को छपरा में जनसभा करने के बाद पटना पहुंचे और ज्ञान भवन में प्रबुद्धजन सम्मेलन को संबोधित किया। उन्होंने बिहार की जनता से एनडीए को एक बार फिर मौका देने की अपील की और कहा कि अब वक्त है बिहार 3.0 का — उद्योगयुक्त, आत्मनिर्भर और विकसित बिहार का।
अमित शाह ने विशेष रूप से तेजस्वी यादव के “हर घर सरकारी नौकरी” वाले वादे पर कटाक्ष किया। उन्होंने कहा, “बिहार का वार्षिक बजट 3 लाख करोड़ है, और 12 लाख करोड़ सिर्फ वेतन देने के लिए कहां से लाओगे? लालू जी के बेटे युवाओं को बरगला रहे हैं। लगभग 2.8 करोड़ घरों के लिए नौकरी देना असंभव है।”
शाह ने एनडीए सरकार की उपलब्धियों को गिनाते हुए कहा कि बिहार के विकास में तीन चरण आए हैं। बिहार 1.0 में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सुशासन स्थापित किया, बिहार 2.0 में नीतीश-मोदी सरकार ने इंफ्रास्ट्रक्चर और बुनियादी ढांचे को नई ऊँचाई दी। और अब बिहार 3.0 में उद्योग और रोजगार को प्राथमिकता मिलेगी। उन्होंने दरभंगा में AIIMS के निर्माण, बरौनी रिफाइनरी के विस्तार, चार नए एयरपोर्ट और हजारों किलोमीटर सड़क निर्माण का उल्लेख करते हुए कहा कि ये सब बिहार को आत्मनिर्भर और विकसित बनाने की दिशा में कदम हैं।
पूर्व लालू-राबड़ी शासनकाल पर निशाना साधते हुए अमित शाह ने कहा कि उस दौर में बिहार में अपराध और भ्रष्टाचार चरम पर था। उन्होंने भरोसा दिलाया कि एनडीए इस बार सत्ता में लौटकर “जंगलराज” की वापसी नहीं होने देगी।
अमित शाह ने कहा कि भारत आज दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है, महंगाई दर सबसे कम है और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश का सम्मान बढ़ा है। उन्होंने जोर देकर कहा कि बिहार में बुद्धि, परिश्रम और क्षमता की कमी नहीं है, बस जरूरत है सही दिशा और स्थिर सरकार की।






















