रांची: मॉइश्चराईजर का प्रयोग रूखी स्किन को नमी देने और स्किन की ड्राईनेस को कम करने के लिए किया जाता है। लेकिन अगर इसे सही तरीके से प्रयोग न कया गया तो चेहरे पर कोई असर नही दिखेगा। आज हम बात करेंगे चेहरे पर मॉइश्चराइजर लगाने का सही तरीके के बारे में। जैसा कि आप जानते हैं जिन लोगों की स्किन ड्राई होती हैं उन्हें हर मौसम में चेहरे पर रूखी त्वचा की समस्या रहती है।
ऐसे में रूखी और बेजान त्वचा से छुटकारा पाने के लिए मॉइश्चराइजर का इस्तेमाल किया जाता है। हालांकि, मॉइश्चराइजर लगाते समय कुछ गलतियों को करते हैं जिससे स्किन पर कई दिक्कतें हो सकती हैं। वहीं अगर गलत तरह से मॉइश्चराइजर लगाया जाता है तो स्किन बार-बार ड्राई होने लगती है। ऐसे में आज हम बात करेंगे चेहरे पर मॉइश्चराइजर लगाने का सही तरीके के बारे मे।
सबसे पहले अपने चेहरे पर सही ढंग से मॉइस्चराइजर लगाने के लिए स्किन को अच्छी तरह से साफ करें और फिर अपनी उंगलियों पर एक ड्रॉप लें। अगर क्रीम फॉर्म में है तो सिर्फ मटर के दाने जितने मॉइस्चराइजर का इस्तेमाल करें। इसे लगाने के लिए सर्कुलर मोशन को अपनाते हुए धीरे से अपने चेहरे पर थपथपाते हुए लगाएं। मॉइश्चराइजर लगाते समय माथे, गाल, नाक और ठोड़ी जैसे हिस्सों पर खास ध्यान दें। अगर स्किन बहुत ज्यादा ड्राई है तो अच्छे रिजल्ट के लिए नम स्किन पर मॉइस्चराइजर लगाएं। इसी के साथ अपनी स्किन टाइप के मुताबिक मॉइश्चराइजर को चुनें। मॉइश्चराइजर लगाते समय इन बातों का रखें ध्यान
- मॉइश्चराइजर लगाने से पहले अपने चेहरे को अच्छी तरह से साफ करें।
- एक ड्रॉप जितने मॉइस्चराइजर का इस्तेमाल करें।
- बेहतर रिजल्ट के लिए थोड़ी नम स्किन पर मॉइस्चराइजर लगाएं।
- मॉइस्चराइजर को हल्के हाथों से और ऊपर की ओर घुमाते हुए अपनी स्किन पर थपथपाते हुए लगाएं।
- मॉइस्चराइजर को अपनी गर्दन पर भी अच्छे से लगाएं।
- स्किन टाइप के मुताबिक सही मॉइस्चराइजर को चुनें।
जानिए कैसे चुनें सही मॉइश्चराइजर
ऑयली स्किन : ऐसे मॉइस्चराइजर का इस्तेमाल करें जो छिद्रों को बंद होने और मुंहासे को बढ़ने से रोकने में मदद करें। इस तरह की स्किन के लिए पानी आधारित और लाइट मॉइश्चराइजर का इस्तेमाल करें।
ड्राई स्किन: रूखी त्वचा वाले लोगों को हैवी मॉइस्चराइजर का इस्तेमाल करना चाहिए। ड्राई स्किन के लिए मॉइस्चराइजर में शिया बटर, जोजोबा ऑयल, ग्लिसरीन और हायल्यूरोनिक एसिड होना चाहिए। सेंसेटिव स्किन: मॉइस्चराइजर फ्रेगनेंस फ्री फॉर्मूला होना चाहिए जिसमें सेरामाइड्स और पेप्टाइड्स जैसे तत्व शामिल हों।