बिहार के गया जिले में पुलिस लाइन स्थित बैरक के बाहर एक दर्दनाक घटना ने सभी को स्तब्ध कर दिया। मुफस्सिल थाना में कार्यरत ASI नीरज कुमार ने अपनी सर्विस रिवॉल्वर से खुद को गोली मार ली, जिससे मौके पर ही उनकी मौत हो गई। जैसे ही यह खबर फैली, पूरे पुलिस बैरक में हड़कंप मच गया। वरीय अधिकारी तुरंत मौके पर पहुंचे और मामले की जांच शुरू कर दी।
45 दिनों की छुट्टी के बाद लौटे थे, दो दिन बाद आत्महत्या
जानकारी के मुताबिक, एएसआई नीरज कुमार हाल ही में 45 दिनों की छुट्टी पर अपने पैतृक गांव लखीसराय के सूर्यगढ़ा गए थे और दो दिन पहले ही ड्यूटी पर लौटे थे। कोई सोच भी नहीं सकता था कि उनकी वापसी इस तरह एक दर्दनाक घटना का कारण बनेगी।
शारीरिक और मानसिक तनाव का दबाव
परिजनों और सहयोगियों के अनुसार, एएसआई नीरज कुमार पुलिस अनुसंधान कार्य में असहज महसूस करते थे। पढ़ाई-लिखाई में कमजोर होने की वजह से केस की जांच और डायरी लिखने का दबाव उनके लिए असहनीय होता जा रहा था। उन्होंने कई बार अपने अधिकारियों से अनुरोध किया था कि उन्हें फील्ड ड्यूटी या किसी अधिकारी का बॉडीगार्ड बनाया जाए, लेकिन उनकी यह गुहार अनसुनी रह गई।
इसके अलावा, एक और अहम जानकारी सामने आई है कि नीरज कुमार के एक हाथ में भी गंभीर समस्या थी, जिससे वे ठीक से लिखने में असमर्थ हो गए थे। बावजूद इसके, उन पर केस अनुसंधान और कागजी कार्य का दबाव लगातार बनाया जा रहा था।