बिहार के सीवान जिले में मंगलवार को उस समय माहौल तनावपूर्ण हो गया जब सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल और प्रशासनिक अधिकारियों की टीम पर कुछ लोगों ने अचानक पथराव कर दिया। इस अप्रत्याशित हमले ने इलाके में अफरातफरी की स्थिति पैदा कर दी।
विकास का सपना या विस्थापन का डर?
दरअसल, सांसद सिग्रीवाल केंद्रीय विद्यालय के लिए प्रस्तावित जमीन का निरीक्षण करने हरकेशपुर गांव पहुंचे थे। उनके साथ जिलाधिकारी मुकुल कुमार और प्रशासनिक अधिकारी भी मौजूद थे। लेकिन जैसे ही निरीक्षण खत्म कर वे लौटने लगे, कुछ ग्रामीणों ने अचानक ईंट-पत्थर बरसाने शुरू कर दिए। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, कुछ हमलावरों के हाथ में लाठी-डंडे भी थे। प्रशासन ने फौरन स्थिति संभालते हुए सांसद और अधिकारियों को सुरक्षित बाहर निकाला, लेकिन इस दौरान इलाके में भगदड़ मच गई।
गांववालों की नाराजगी की वजह क्या?
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, जिस जमीन का निरीक्षण किया जा रहा था, उस पर पहले से कुछ ग्रामीणों के घर बने हुए हैं। जैसे ही यह खबर फैली कि प्रशासन इस जमीन को खाली कराने आया है, वैसे ही लोग भड़क उठे। इस ग़लतफहमी के चलते हिंसा भड़क गई और सांसद के काफिले पर हमला कर दिया गया।
प्रशासन की कार्रवाई शुरू, कौन हैं हमलावर?
घटना के तुरंत बाद पुलिस ने तेजी से कार्रवाई शुरू कर दी। अब तक 8 नामजद और 12 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया जा चुका है। पुलिस की टीमें लगातार संदिग्धों की तलाश में जुटी हैं। हालांकि, अभी तक कोई बड़ी गिरफ्तारी नहीं हुई है।