नई दिल्ली : योग गुरु बाबा रामदेव एक बार फिर अपने बयानों को लेकर सुर्खियों में हैं। इस बार उन्होंने देश के मशहूर शरबत ब्रांड रूह अफजा पर निशाना साधते हुए ‘शरबत जिहाद’ का जिक्र किया, जिसके बाद सोशल मीडिया पर हंगामा मच गया है। रामदेव ने दावा किया कि कुछ कंपनियां शरबत बेचकर उससे होने वाली कमाई को मस्जिदों और मदरसों के निर्माण में इस्तेमाल करती हैं, जबकि उनकी कंपनी पतंजलि के शरबत से गुरुकुल और भारतीय शिक्षा का विकास होता है।
रामदेव का बयान और पतंजलि का विज्ञापन
एक वायरल वीडियो में बाबा रामदेव ने कहा, “एक कंपनी शरबत बेचती है और उसकी कमाई से मस्जिदें और मदरसे बनते हैं। लेकिन अगर आप पतंजलि का गुलाब शरबत, आम पन्ना या बेल शरबत पिएंगे, तो गुरुकुल बनेंगे, पतंजलि यूनिवर्सिटी का विस्तार होगा।” उन्होंने शीतल पेय को ‘टॉयलेट क्लीनर’ तक करार दिया और लोगों से पतंजलि के उत्पादों को अपनाने की अपील की। पतंजलि ने इस बयान को बढ़ावा देते हुए देशभर के अखबारों में विज्ञापन प्रकाशित किया, जिसमें लिखा गया, “पुराने ढर्रे वाले शरबत पर धन और धर्म की बर्बादी क्यों? पतंजलि शरबत को अपनी दुकानों की मुख्य शेल्फ पर रखें।
रूह अफजा का जवाब
रामदेव के बयान के बाद रूह अफजा ने भी सोशल मीडिया पर अप्रत्यक्ष रूप से जवाब दिया। रूह अफजा ने अपनी पोस्ट में कहा, “रूह अफजा पूरी तरह से बिना मानव स्पर्श के बनाया जाता है, ताकि स्वच्छता और गुणवत्ता बनी रहे। हर सिप में FSSAI अप्रूव्ड जड़ी-बूटियों और प्राकृतिक स्वाद का समावेश है, बिना किसी मिलावट के। हर बूंद में सुरक्षा और ताजगी का वादा।” हालांकि पोस्ट में किसी का नाम नहीं लिया गया, लेकिन माना जा रहा है कि यह रामदेव के बयान का जवाब है।