Barachatti Bihar Assembly Election 2025: गया जिले की बाराचट्टी विधानसभा सीट बिहार की राजनीति में एक प्रमुख और संवेदनशील सीट मानी जाती है। यह सीट अनुसूचित जाति (SC) के लिए आरक्षित है और गया लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आती है। बाराचट्टी का चुनावी इतिहास दशकों पुराना है और यहाँ कांग्रेस, समाजवादी दल, वाम दल, JDU और RJD ने कभी न कभी अपनी पकड़ बनाई है। विशेष रूप से पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी और उनकी समधन ज्योति मांझी का इस क्षेत्र पर गहरा प्रभाव रहा है।
राजनीतिक इतिहास
इतिहास में देखें तो जीतनराम मांझी ने 1996 और 2005 में बाराचट्टी का प्रतिनिधित्व किया था, जबकि उनकी समधन ज्योति मांझी ने 2020 तक दो बार यह सीट जीतकर HAMS का प्रभाव कायम रखा। 2020 के विधानसभा चुनाव में ज्योति मांझी ने RJD की समता देवी को हराया था। समता देवी ने 2015 के विधानसभा चुनाव में LJP की सुधा देवी को 19,126 वोटों के अंतर से हराया था और 2003 के उपचुनाव में RJD के टिकट पर सबसे पहले विधायक चुनी गई थीं।
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बाराचट्टी विधानसभा सीट पर चुनावी मुकाबले हमेशा ही तीव्र रहे हैं। 2015 से पहले 2010 के चुनाव में JDU की ज्योति देवी, अक्टूबर 2005 में जीतनराम मांझी और फरवरी 2005 में RJD के विजय कुमार ने यहाँ जीत दर्ज की थी। कुल मिलाकर, RJD और कांग्रेस को चार-चार बार, JDU और जनता दल को दो-दो बार, जबकि इंडियन पिपुल फ्रंट, जनता पार्टी, संयुक्त सोशल लिस्ट पार्टी, स्वतंत्र पार्टी और प्रजा सोशलिस्ट पार्टी को एक-एक बार जीत मिली है। यह इतिहास इस क्षेत्र की राजनीतिक जटिलताओं और बदलते समीकरणों को दर्शाता है।
जातिगत समीकरण
जातीय और सामाजिक समीकरण भी बाराचट्टी की राजनीति में निर्णायक भूमिका निभाते हैं। यह विधानसभा क्षेत्र राज्य के अतिपिछड़े इलाकों में आता है और यहाँ चुनावी प्रतिस्पर्धा में जातीय वोटों का प्रभाव स्पष्ट देखा जाता है। 1990 के विधानसभा चुनाव में यहाँ 65.52% वोटिंग हुई थी और इस सीट पर छह बार 50% से अधिक मतदान रिकॉर्ड किया गया है, जो दर्शाता है कि बाराचट्टी में राजनीतिक सक्रियता हमेशा उच्च रही है।
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2025 के विधानसभा चुनाव में ज्योति मांझी के नेतृत्व में NDA को अपनी सीट बचाए रखने की चुनौती है, जबकि RJD के लिए यह अवसर है कि वह अपनी पिछली हार का बदला लेकर राजनीतिक दबदबा बनाए। विश्लेषकों के अनुसार, इस बार चुनाव में उम्मीदवारों की व्यक्तिगत लोकप्रियता, जातीय समीकरण और स्थानीय मुद्दों का संयोजन जीत-हार का निर्धारण करेगा। आने वाले चुनाव बाराचट्टी विधानसभा की राजनीति के परिदृश्य को पूरी तरह बदल सकते हैं और इसे बिहार की SC आरक्षित सीटों में प्रमुख मानचित्र पर ला सकते हैं।






















