Barouli Vidhan Sabha 2025: गोपालगंज जिले की बरौली विधानसभा सीट (निर्वाचन क्षेत्र संख्या 100) बिहार की राजनीति में लंबे समय से एक हॉटस्पॉट मानी जाती है। इस सीट पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का दबदबा अक्सर देखने को मिला है और रामप्रवेश राय इस इलाके में पार्टी का सबसे बड़ा चेहरा बने रहे हैं। कई बार दूसरे स्थान पर रहने के बाद 2000 से लेकर 2010 तक उन्होंने लगातार चार चुनाव जीतकर अपना मजबूत जनाधार बनाया।
चुनावी इतिहास
2015 का चुनाव इस सीट के राजनीतिक इतिहास में बेहद अहम साबित हुआ। उस चुनाव में भाजपा की परंपरागत पकड़ टूट गई और राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) ने मामूली अंतर से जीत दर्ज की। आरजेडी के नेमतुल्लाह ने 61,690 वोट हासिल किए, जबकि रामप्रवेश राय को 61,186 वोट मिले। महज 504 वोटों के अंतर से रामप्रवेश राय को हार का सामना करना पड़ा। यह नतीजा इस बात का संकेत था कि बरौली की जनता बदलाव का रुख दिखाने में हिचकिचाती नहीं है।
हालांकि 2020 के चुनाव में भाजपा ने इस हार का हिसाब बराबर किया और रामप्रवेश राय ने जोरदार वापसी की। उन्होंने आरजेडी के रेयाज़ुल हक़ राजू को 14,155 वोटों से हराया। इस बार रामप्रवेश राय को 81,426 वोट मिले, जबकि आरजेडी उम्मीदवार 66,933 वोटों पर सिमट गए। यह जीत भाजपा के लिए न केवल सीट वापसी थी, बल्कि बरौली में पार्टी की पकड़ को और भी मजबूत करने वाला नतीजा साबित हुआ।
जातीय समीकरण
बरौली विधानसभा का जातीय समीकरण भी चुनावी नतीजों में बड़ी भूमिका निभाता है। यहां यादव और मुस्लिम वोटरों की संख्या काफी प्रभावशाली है। इनके अलावा राजपूत, ब्राह्मण, कोइरी, रविदास और पासवान मतदाता भी निर्णायक स्थिति में हैं। 2011 की जनगणना के अनुसार, यहां की कुल जनसंख्या 3,98,969 है, जिसमें 89.5% ग्रामीण और 10.5% शहरी आबादी शामिल है। अनुसूचित जाति की हिस्सेदारी 12.22% और अनुसूचित जनजाति की 1.04% है। वहीं 2019 की मतदाता सूची में इस क्षेत्र में 2,84,585 पंजीकृत मतदाता दर्ज किए गए हैं।
2025 का चुनाव इस सीट पर बेहद रोचक होने वाला है। भाजपा एक बार फिर रामप्रवेश राय के नेतृत्व में अपनी जीत को बरकरार रखना चाहेगी, जबकि आरजेडी इस सीट को दोबारा हासिल करने की पूरी कोशिश करेगी। यादव-मुस्लिम समीकरण यदि आरजेडी के पक्ष में एकजुट हुआ तो भाजपा के लिए चुनौती खड़ी हो सकती है, लेकिन रामप्रवेश राय की संगठनात्मक पकड़ और लगातार मजबूत होते वोट बैंक को देखते हुए भाजपा फिलहाल बढ़त में दिखती है।






















