रांची: पिछले तीन महिने से वृद्धा पेंशन और विधवा पेंशन न मिल पाने के कारण इस योजना से संबंधित लाभुक मर्माहत है। बता दें इस योजना का लाभ लेने वाले अधिकतर झारखंड के अतिपिछड़े गरीब वर्ग के लोग हैं। इन लोगों को अपने परिवार से अधिक सरकार पर भरोसा था कि इस वृद्धावस्था में उनका सहारा उनसे दूर नहीं हो सकता। लेकिन मईंया योजना के धमाके और इससे उपजे वाहवाही के हंगामें में इन लाचारों की आवाज दब कर रह गयी। हालात ये है कि बुजुर्ग अब असहाय महसूस कर रहें हैं। बाबूलाल मरांडी ने इसे लेकर अपने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर पोस्ट कर कहा कि गिरिडीह जिला अंतर्गत तीसरी प्रखंड के थानासिंहडीह पंचायत के वृद्धजनों का कहना है कि हेमंत सरकार द्वारा शुरू की गई मंईयां योजना ने वृद्धा पेंशन और विधवा पेंशन को ठप कर दिया है। पिछले तीन महीनों से वृद्धजनों का पेंशन बंद किए जाने के कारण वे अब असहाय महसूस कर रहे हैं। यह पेंशन रोटी, दवाई और अन्य जरूरी खर्चों का एकमात्र स्रोत थी, वे अब अनिश्चितता और आर्थिक संकट का सामना कर रहे हैं। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जी, अविलंब सभी बुजुर्गों एवं महिलाओं के पेंशन का भुगतान सुनिश्चित करें।
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