बेतिया के जिलाधिकारी दिनेश कुमार राय ने सोमवार को समीक्षात्मक बैठक की। इसमें जिलाधिकारी ने कहा कि नीतीश कुमार द्वारा लाए गए सात निश्चय योजना में पार्ट-01 एवं पार्ट-02 जल-जीवन-हरियाली अभियान महत्वपूर्ण हैं। बेहद महत्वपूर्ण है। इससे संबंधित अधिकारी कार्य में तत्परता दिखाएं। कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं बरती जाएगी। लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
जिलाधिकारी ने निर्देश देते हुए कहा कि बारी-बारी से हर घर नल का जल, घर तक पक्की गली-नालियां, शौचालय निर्माण, बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना, मुख्यमंत्री निश्चय स्वयं सहायता भत्ता योजना, कुशल युवा कार्यक्रम से संबंधित कार्य प्रगति की गहन जांच की जाएगी। हर घर नल का जल योजना के तहत ननफंक्शनल योजनाओं को तुरंत ठीक कराते हुए फंक्शनल कराया जाए। इस योजना के तहत लाभुकों को हर हाल में पेयजल उपलब्ध कराया जाना है। इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। घर तक पक्की गली-नालियां योजना अंतर्गत अपूर्ण योजनाओं को त्वरित गति से पूर्ण कराना सुनिश्चित किया जाए।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि योजनाओं के क्रियान्वयन में विभागीय दिशा-निर्देशों का अक्षरशः अनुपालन सुनिश्चित किया जाए। वहीं हर खेत तक सिंचाई योजना को लेकर कहा कि यह सरकार की अत्यंत ही महत्वाकांक्षी योजना है। इसे सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए किसानों को लाभान्वित किया जाए। और बेहतर तरीके से योजना का क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जाए, ताकि यह एक मॉडल के रूप में सामने आए।
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“महत्वपूर्ण है जल-जीवन-हरियाली अभियान“
वहीं जल-जीवन-हरियाली अभियान की समीक्षा के दौरान डीएम दिनेश कुमार राय ने बताया कि जिले में 439 सार्वजनिक जल संचयन संरचनाओं यथा-तालाबों, पोखरों, आहरों, पईनों को चिन्हित करते हुए अतिक्रमणमुक्त करा लिया गया है। 1080 तालाबों, पोखरों, आहरों एवं पईनों का जीर्णोद्धार कराया गया है। 1032 सार्वजनिक कुओं का जीर्णोद्वार सहित 1778 सार्वजनिक कुओं, चापाकलों, नलकूपों के किनारे सोख्ता रिचार्ज, अन्य जल संचयन संरचनाओं का निर्माण कराया गया है। छोटी-छोटी नदियों/नालों एवं पहाड़ी क्षेत्रों के चेक डैम एवं जल संचयन के अन्य संरचनाओं के निर्माण के तहत 85 कार्यों को पूर्ण करा लिया गया है। नये जल स्रोतों का सृजन एवं अधिशेष नदी जल क्षेत्र से जल की कमी वाले 532 क्षेत्रों में जल ले जाया गया है। वहीं 364 भवनों की छतों पर वर्षा जल संचयन संरचना का निर्माण कराया गया है।
इसके साथ ही जिलाधिकारी ने कहा कि जल-जीवन-हरियाली अभियान अत्यंत ही महत्वपूर्ण है। जल और हरियाली के बिना जीवन की कल्पना करना बेमानी है। जलवायु परिवर्तन के संकट से निपटने के लिए यह कारगर साबित हो रहा है। जल-जीवन-हरियाली के तहत जिले को मिले लक्ष्य को निर्धारित पर पूरा कर लिया जाएगा।
इस अवसर पर उप विकास आयुक्त अनिल कुमार, जिला पंचायत राज पदाधिकारी मनीष कुमार, वरीय उप समाहर्ता राजकुमार सिन्हा, जिला कृषि पदाधिकारी प्रवीन प्रणव, विशेष कार्य पदाधिकारी सुजीत कुमार सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।




















