बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) की 70वीं प्रारंभिक परीक्षा को लेकर जारी विवाद पर पटना हाईकोर्ट ने बड़ा फैसला सुनाया है। याचिकाकर्ताओं की दोबारा परीक्षा कराने की मांग को अदालत ने सिरे से खारिज कर दिया, जिससे परीक्षा रद्द होने की उम्मीद लगाए बैठे अभ्यर्थियों को बड़ा झटका लगा है। हाईकोर्ट ने यह साफ कर दिया कि परीक्षा अपने निर्धारित स्वरूप में ही मान्य होगी और दोबारा नहीं ली जाएगी।
क्या था पूरा मामला?
13 दिसंबर 2024 को BPSC द्वारा सिविल सेवा पदों के लिए प्रारंभिक परीक्षा आयोजित की गई थी। कुछ अभ्यर्थियों ने इस परीक्षा में गड़बड़ी के आरोप लगाते हुए हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी। याचिकाकर्ताओं की मांग थी कि परीक्षा को रद्द कर सभी अभ्यर्थियों को दोबारा परीक्षा देने का मौका दिया जाए।
इसी बीच पटना के बापू परीक्षा केंद्र पर आयोग ने 4 अप्रैल को दोबारा परीक्षा कराई थी, जिस पर भी कई अभ्यर्थियों ने सवाल उठाए थे। उन्होंने आरोप लगाया था कि कुछ परीक्षार्थियों को अनुचित लाभ दिया गया है और परीक्षा प्रक्रिया में पारदर्शिता नहीं बरती गई।
हाईकोर्ट का फैसला – परीक्षा होगी वैध!
इस मामले पर हाईकोर्ट के कार्यकारी चीफ जस्टिस आशुतोष कुमार और जस्टिस पार्थ सारथी की बेंच ने सुनवाई की थी। 19 मार्च को कोर्ट ने अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था और अब इस याचिका को खारिज कर दिया है।
हाईकोर्ट ने अपने फैसले में कहा कि BPSC परीक्षा को रद्द करने या दोबारा कराने का कोई ठोस आधार नहीं है। अदालत ने साफ कर दिया कि परीक्षा अपने पहले से निर्धारित तरीके से वैध मानी जाएगी और उसमें किसी प्रकार का बदलाव नहीं किया जाएगा।
BPSC ने क्या दी थी दलील?
पिछली सुनवाई के दौरान बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) ने अदालत में अपना पक्ष मजबूती से रखा। आयोग ने याचिकाकर्ताओं के आरोपों को निराधार बताते हुए कहा कि परीक्षा सभी नियमों और प्रक्रिया का पालन करते हुए कराई गई थी। आयोग ने यह भी स्पष्ट किया कि पटना के बापू परीक्षा केंद्र पर पुनर्परीक्षा कराना भी पूरी तरह से नियमानुसार था। BPSC के इस तर्क को मानते हुए अदालत ने परीक्षा के रिजल्ट पर रोक लगाने से इनकार कर दिया और परीक्षा को पूरी तरह से वैध ठहरा दिया।
अभ्यर्थियों को झटका, अब आगे क्या?
इस फैसले से उन अभ्यर्थियों को बड़ा झटका लगा है जो परीक्षा में अनियमितताओं का हवाला देकर दोबारा परीक्षा कराने की उम्मीद लगाए बैठे थे। अब परीक्षा के नतीजों पर कोई रोक नहीं होगी और BPSC जल्द ही रिजल्ट जारी कर सकता है।
अब सवाल यह है कि क्या याचिकाकर्ता इस फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का रुख करेंगे? या फिर BPSC अभ्यर्थी इस फैसले को मानकर आगे की प्रक्रिया पर ध्यान देंगे? यह देखना होगा।