पिछले दिनों बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने नीतीश सरकार पर जोरदार हमला बोला था। उन्होंने कहा था, कि इस सरकार को जमाई आयोग का गठन कर देना चाहिए। बताया जाता है, कि एनडीए के नेताओं के रिश्तेदारों को बिहार में गठित आयोगों में जगह दिलवाने को लेकर यह बड़ा बयान तेजस्वी यादव ने दिया था। अब इस बयान को लेकर केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने तेजस्वी पर लगातार निशाना साध रहे हैं।
बिहार में ‘उद्यमी एवं व्यवसाय आयोग’ का गठन, भाजपा नेता सुरेश रुंगटा अध्यक्ष नियुक्त
जीतन राम मांझी लगातार लालू यादव के बेटे-बेटी और दामाद को लेकर तंज कस रहे हैं। आज उन्होंने फिर सोशल मीडिया पर एक पोस्ट लिखकर बिना नाम लिए तेज प्रताप, मीसा भारती और तेजस्वी यादव पर निशाना साधा है। उन्होंने लिखा है कि भाई को तो पहले ही घर से बाहर निकाल दिया है।
अब बहन और बहनोई को बाहर करने के लिए “दामाद” का मुद्दा उठाया जा रहा है ताकि भविष्य में “गब्बर सिंह” यदि बेटी-दामाद को कहीं सेट करने की बात कहें, तो यह कहकर मना कर दिया जाए कि हमने तो खुद ही “दामाद” का मुद्दा उठाकर सरकार को घेरा था, इसलिए बेटी/दामाद को किसी भी क़ीमत पर एडजस्ट नहीं किया जाएगा। “जो घर-परिवार का नहीं वह किसी का नहीं”।