छत्रपति संभाजी नगर: केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को छत्रपति संभाजी नगर में आयोजित एक कार्यक्रम में भारत को रक्षा उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाने की सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराया। उन्होंने कहा कि 2014 में जब वर्तमान सरकार सत्ता में आई थी, तब भारत से रक्षा निर्यात मात्र 600 करोड़ रुपये का था। आज यह आंकड़ा बढ़कर लगभग 24,000 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है, जो एक उल्लेखनीय उपलब्धि है। रक्षा मंत्री ने आगे कहा, “हमारा अगला लक्ष्य 2029-30 तक रक्षा निर्यात को 50,000 करोड़ रुपये तक ले जाना है।” उन्होंने ‘मेक इन इंडिया’ जैसी नीतियों के तहत स्वदेशी विनिर्माण को बढ़ावा देने के प्रयासों पर जोर दिया, जिसने भारत को वैश्विक रक्षा बाजार में एक मजबूत स्थिति प्रदान की है।
सिंह ने यह भी बताया कि एक दशक पहले भारत अपनी रक्षा जरूरतों का 65-70% आयात करता था, लेकिन अब लगभग इतना ही हिस्सा देश में ही निर्मित हो रहा है। उन्होंने सशस्त्र बलों की संतुष्टि को आत्मनिर्भरता की दिशा में तेजी से आगे बढ़ने का आधार बताया। यह बयान ऐसे समय में आया है जब भारत रक्षा क्षेत्र में स्वदेशी तकनीकों और उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए कई महत्वाकांक्षी परियोजनाओं पर काम कर रहा है। रक्षा मंत्री का यह ऐलान भारत के रक्षा उद्योग के लिए एक नई दिशा और आत्मविश्वास का प्रतीक है।