प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को सीवान की रैली में एक बार फिर विकास बनाम पिछड़ेपन की बहस को धार देते हुए कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) पर जोरदार हमला बोला। उन्होंने सारण के मढ़ौरा रेल कारखाने का उदाहरण देते हुए कहा कि जिस ज़िले को विपक्ष ने विकास के नाम पर नजरअंदाज किया, आज वहां बना इंजन अफ्रीका की रेल को खींचेगा।
प्रधानमंत्री ने बताया कि मढ़ौरा की लोकोमोटिव फैक्ट्री से बना पहला “इवोल्यूशन सीरीज” इंजन गिनी देश की सिमंडौ लौह अयस्क परियोजना में उपयोग के लिए रवाना किया जा रहा है। यह डील 3,000 करोड़ रुपये से अधिक की है और कुल 150 लोकोमोटिव के निर्यात का समझौता हुआ है।
बिहार बन रहा है वैश्विक औद्योगिक हब
मोदी सरकार द्वारा मढ़ौरा में पुनर्जीवित की गई फैक्ट्री सिर्फ एक परियोजना नहीं, बल्कि बिहार के औद्योगिक पुनर्जागरण की शुरुआत है। यह वही बिहार है जिसे दशकों तक पलायन, बेरोजगारी और गरीबी का प्रतीक माना गया। लेकिन अब, अफ्रीका जैसे महाद्वीप में “मेड इन सारण” इंजन दौड़ेंगे—यह दृश्य बदलाव का प्रतीक है।
प्रधानमंत्री ने रैली में कहा कि अब बिहार सिर्फ मखाना और लिची नहीं, मैन्युफैक्चरिंग और निर्यात में भी आगे रहेगा। हमारे नौजवान अब सिर्फ नौकरी तलाशने नहीं, नौकरी देने की क्षमता रखेंगे।
मोदी ने विपक्ष को घेरते हुए कहा कि कांग्रेस और राजद ने बिहार को पीछे धकेलने का कोई मौका नहीं छोड़ा। उन्होंने मढ़ौरा फैक्ट्री की दुर्दशा का जिक्र करते हुए कहा कि यह कारखाना वर्षों तक उपेक्षित रहा, लेकिन अब “न्यू इंडिया” के सपने के तहत यह अंतरराष्ट्रीय पहचान बना चुका है। उन्होंने तीखा प्रहार करते हुए कहा कि जिन्होंने बिहार को केवल पलायन, अपराध और अंधेरे का राज्य बनाया, आज उन्हें जवाब विकास की रफ्तार दे रही है।
सीवान रैली के दौरान प्रधानमंत्री ने 5900 करोड़ की योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। उन्होंने जनता को भरोसा दिलाया कि आने वाला दशक बिहार का होगा। उन्होंने कहा कि भारत को तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनते देखने वाला विश्व, अब बिहार को भारत के ग्रोथ इंजन के तौर पर देखेगा।