पटना: बिहार विधानसभा के बजट सत्र का आज पांचवां दिन था, और सदन में एक बार फिर से हंगामे की स्थिति उत्पन्न हुई। इस बार विपक्षी दलों के विधायकों ने सरकार को घेरने की पूरी कोशिश की, लेकिन इस बीच स्पीकर नंदकिशोर यादव की चुटकी ने माहौल को हल्का कर दिया। हंगामा करने वाले माले विधायक महबूब आलम पर स्पीकर ने जो तंज कसा, वह सबकी जुबां पर था।
स्पीकर की चुटकी से गूंज उठा सदन
विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान माले विधायक महबूब आलम ने सरकार के खिलाफ जोरदार विरोध किया। इस पर स्पीकर नंदकिशोर यादव ने माले विधायक से मजाक करते हुए कहा, “महबूब जी… आपके नाम में सिर्फ एक पाई लग जाए, तब आपका नाम महबूबा हो जाएगा, तब तीन तलाक आपको मिल जाता, जितना आप झगड़ा करते हैं, इससे मुक्ति मिल जाती।” स्पीकर की यह चुटकी सुनकर पूरा सदन ठहाकों से गूंज उठा। यह हास्यपूर्ण पल उन तनावपूर्ण क्षणों में हल्के फुल्के माहौल को लेकर आया।
भाजपा विधायक ने उठाया धान खरीद का मुद्दा
प्रश्नकाल के दौरान भाजपा विधायक अमरेंद्र सिंह ने राज्य में धान खरीद की प्रक्रिया पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि धान खरीद सिर्फ कागजों तक सीमित रह गई है और सरकार ने आंकड़ों का खेल कर किसानों की बजाय बिचौलियों के माध्यम से धान खरीद का लक्ष्य पूरा किया है। इस मुद्दे पर सहकारिता मंत्री प्रेम कुमार ने जवाब देते हुए कहा कि पिछले वित्तीय वर्ष में धान की खरीद 66 प्रतिशत हुई थी, जबकि इस बार 87 प्रतिशत खरीद की गई है।
विपक्षी विधायकों का सरकार पर हमला
इसके बावजूद, विपक्षी विधायक इस पर संतुष्ट नहीं दिखे। भाजपा विधायक तारकिशोर प्रसाद ने कटिहार और अन्य जिलों में किसानों से धान की वास्तविक खरीद नहीं होने का आरोप लगाया और सरकार से जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। इस पर मंत्री प्रेम कुमार ने कहा कि अगर कहीं गड़बड़ी हुई है, तो हम जांच कराकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे।
माले विधायकों का हंगामा
वहीं, सदन में भाकपा माले के विधायकों ने सरकार के खिलाफ अपना विरोध प्रदर्शन जारी रखा। उन्होंने हाथों में पोस्टर लहराते हुए सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। इस पर स्पीकर ने मार्शल को आदेश दिया कि सभी विधायकों से पोस्टर ले लिए जाएं। स्पीकर ने माले विधायकों से कहा, “आप अपनी सीट पर बैठ जाइए, वेल से कहीं गई बातें का कोई मतलब नहीं है।”
मुख्यमंत्री का बयान
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इस हंगामे के बीच खड़े हुए और माले विधायकों से पूछा, “क्यों हंगामा कर रहे हैं? अगर कहीं कोई दिक्कत है तो हमें लिखकर दे दीजिए। काहे हंगामा कर रहे हैं?” मुख्यमंत्री के इस सवाल के बाद माले विधायक शांत होकर अपनी सीट पर बैठ गए।