बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Election 2025) के शुरुआती रुझानों ने एक बार फिर राज्य की राजनीति की धारा बदल दी है। एनडीए राज्य में प्रचंड बहुमत की ओर बढ़ रहा है और इस बढ़त की सबसे बड़ी खासियत यह है कि 243 सीटों में 29 सीटों पर बिहार सरकार के मंत्रियों ने चुनाव लड़ा। 28 मंत्रियों में जीत हासिल की है। इनमें दोनों डिप्टी CM भी शामिल हैं।

गया शहर से भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व कृषि मंत्री प्रेम कुमार ने लगातार 1990 से चले आ रहे अपने अपराजेय रिकॉर्ड को फिर से कायम रखा है। उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी अखौरी ओंकार नाथ को 26 हजार वोटों के बड़े अंतर से हराया। यह जीत न केवल व्यक्तिगत लोकप्रियता को दर्शाती है, बल्कि यह भी साफ संकेत देती है कि शहरी मतदाता अब भी भाजपा के साथ मजबूती से खड़ा है।
वहीं, चकाई से लड़ रहे मंत्री सुमित सिंह करीब 13 हजार वोटों से हार गए हैं। सुमित सिंह ने 2020 में इसी सीट से निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर जीत दर्ज की थी और NDA को समर्थन देकर मंत्री बने थे। दरभंगा से संजय सरावगी ने VIP कैंडिडेट उमेश सहनी को 24 हजार से ज्यादा वोटों से हरा दिया है। बांकीपुर से नितिन नवीन 51 हजार से ज्यादा वोटों से जीत गए हैं।
इसके अलावा धमदाहा से नीतीश की मंत्री लेसी सिंह ने राजद के संतोष कुशवाहा पर 50 हजार ज्यादा वोटों से जीत दर्ज की है। बछवाड़ा से खेल मंत्री और बीजेपी उम्मीदवार सुरेंद्र मेहता भी जीते। कल्याणपुर से महेश्वर हजारी भी 38,586 वोट से जीत हासिल की।
तारापुर से डिप्टी CM सम्राट चौधरी 1 लाख 22 हजार वोट से चुनाव जीत गए हैं। उन्होंने राजद के अरुण कुमार साह को 45,820 वोट से हरा दिया है। उनके पिता शकुनी चौधरी ने कहा, ‘बेटे ने मुझसे भी बड़ी जीत हासिल की।’ लखीसराय से डिप्टी CM विजय सिन्हा भी जीत गए हैं। उन्होंने कांग्रेस के अमरेश कुमार को 24,940 वोट से हराया। विजय सिन्हा को 1,22,408 वोट मिले हैं।
जदयू नेता और नीतीश सरकार में सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री रहे महेश्वर हजारी ने कल्याणपुर की अपनी सुरक्षित सीट एक बार फिर बचा ली है। सीपीआई (एमएल) लिबरेशन के उम्मीदवार रंजीत कुमार राम को 38 हजार से अधिक वोटों से हराकर उन्होंने लगातार चौथी जीत दर्ज की है। यह साबित करता है कि ग्रामीण क्षेत्रों में जदयू की पकड़ अभी भी मजबूत है।
दरभंगा में मारवाड़ी समुदाय के प्रतिनिधि के रूप में पहचाने जाने वाले भाजपा नेता संजय सरावगी ने पांचवीं बार अपनी सीट पर जीत दर्ज की है। उन्होंने वीआईपी उम्मीदवार उमेश सहनी को 24,500 वोटों से हराया और यह जीत सामाजिक समीकरणों में भाजपा की पैठ को और पक्का करती है। पर्यटन मंत्री राजू कुमार सिंह, जिन्होंने 2020 में वीआईपी के टिकट पर जीत हासिल कर बाद में भाजपा का दामन थामा था, उन्होंने भी साहेबगंज में राजद प्रत्याशी पृथ्वी नाथ राय को 13 हजार वोटों से हराया।
राग के आवास पर जश्न.. नितिन नवीन लगातार पांचवीं बार प्रचंड मतों से हुए विजयी
बिहार विधानसभा चुनाव के परिणाम कुछ ही देर में आ जाएंगे। चुनाव आयोग की वेबसाइट के मुताबिक अब तक 212 सीटों का नतीजा जारी किया जा चुका है। इनमें भाजपा 80 सीटों के साथ सबसे आगे है। जेडीयू भी 72 सीटों पर काबिज है। मतगणना अंतिम चरण में है और जल्द ही बिहार में किसकी सरकार बनेगी, ये तय हो जाएगा।






















