बिहार में विधानसभा चुनाव भले ही अभी छह महीने दूर हों, लेकिन उससे पहले ही राजनीतिक तापमान चढ़ने लगा है। हाल ही में रुद्रा रिसर्च एंड एनालिटिक्स द्वारा किए गए एक सर्वे ने सियासी गलियारों में हलचल मचा दी है। इस सर्वे के मुताबिक, भले ही राष्ट्रीय जनता दल (RJD) को सबसे ज्यादा लोग वोट देना चाहते हों, लेकिन गठबंधन स्तर पर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) बढ़त बनाए हुए है।
सर्वे में सामने आया कि जेडीयू को 16%, बीजेपी को 25%, और एलजेपी को 5% वोटर समर्थन दे रहे हैं — यानी कुल मिलाकर NDA को करीब 46% समर्थन। वहीं महागठबंधन की ओर देखें तो आरजेडी को 28%, कांग्रेस को 7% और अन्य दलों को मिलाकर 35% तक समर्थन मिल रहा है।
माना जा रहा है कि इस बढ़त का अहम कारण चिराग पासवान की LJP का NDA के साथ आना है, जो पिछली बार अलग चुनाव लड़ी थी। इसके अलावा PM नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता और केंद्र व राज्य में NDA सरकार होने का असर भी वोटिंग ट्रेंड पर दिखाई दे रहा है।
RJD को मिल रहा है व्यक्तिगत समर्थन
हालांकि तेजस्वी यादव की RJD को व्यक्तिगत रूप से सबसे ज्यादा समर्थन मिल रहा है, जो यह दर्शाता है कि जनता में उनका प्रभाव बरकरार है। लेकिन गठबंधन के अन्य घटक दलों की कमजोर पकड़ और नेतृत्व की कमी के कारण महागठबंधन सामूहिक रूप से पिछड़ता नजर आ रहा है।
CM फेस और सीट बंटवारे पर सस्पेंस बरकरार
महागठबंधन में अभी तक मुख्यमंत्री पद का चेहरा तय नहीं हुआ है, वहीं NDA में नीतीश कुमार के नाम पर एक तरह की सहमति जरूर दिख रही है, लेकिन इसका आधिकारिक ऐलान नहीं हुआ है। सीट शेयरिंग पर भी दोनों पक्षों में औपचारिक रूप से अभी कोई सहमति नहीं बनी है।