पटना : बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। कांग्रेस के नेता राहुल गांधी के बिहार दौरे पर बिहार भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। जायसवाल ने कहा, “राहुल गांधी कांग्रेस को डुबाने के लिए बिहार आए हैं और गया में कांग्रेस को मोक्ष भी मिलेगा।”
यह बयान ऐसे समय में आया है जब राहुल गांधी बिहार में सक्रिय रूप से चुनावी अभियान चला रहे हैं। दरभंगा के अंबेडकर हॉस्टल में आयोजित एक कार्यक्रम को लेकर भी विवाद खड़ा हो गया था, जहां जायसवाल ने राहुल गांधी पर बिना अनुमति कार्यक्रम आयोजित करने का आरोप लगाया। उन्होंने आगे कहा, “बिहार चाणक्य की भूमि है, यहां राहुल गांधी लोगों को बेवकूफ नहीं बना सकते।”
राहुल गांधी ने हाल ही में बिहार पुलिस पर आरोप लगाया था कि उन्होंने अंबेडकर हॉस्टल का दौरा करने से रोका, जिसके बाद इस मामले में कानूनी कार्रवाई की मांग उठी। जायसवाल ने मांग की कि राहुल गांधी के खिलाफ सिर्फ एफआईआर दर्ज करना पर्याप्त नहीं है, उन्हें जेल भेजा जाना चाहिए।
बिहार में 2025 के विधानसभा चुनावों के लिए सभी 243 सीटों पर मतदान सितंबर या अक्टूबर में होना है। कांग्रेस, राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के साथ मिलकर इंडिया गठबंधन के तहत चुनाव लड़ रही है, जबकि बीजेपी और जनता दल (यूनाइटेड) (जेडीयू) भी मजबूत दावेदारी पेश कर रहे हैं।
राहुल गांधी की बिहार यात्रा और उनके जाति गणना, निजी क्षेत्र में आरक्षण जैसे मुद्दों पर जोर, राज्य की राजनीति में कांग्रेस की पुरानी पकड़ को फिर से मजबूत करने की कोशिश के रूप में देखा जा रहा है। हालांकि, बीजेपी की ओर से ऐसे बयान कांग्रेस के अभियान को और चुनौतीपूर्ण बना सकते हैं।
इस बीच, बिहार की राजनीतिक गतिविधियां 1922 के गया सत्र की यादें ताजा करती हैं, जब कांग्रेस ने गैर-सहयोग आंदोलन के बाद अपनी रणनीति पर पुनर्विचार किया था। आज भी, बिहार में राजनीतिक दलों के बीच रणनीति और वोटर आधार बनाने की होड़ जारी है।