बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखें नजदीक आते ही राज्य में चुनावी रंग चटखने लगे हैं। छठ महापर्व के समापन के ठीक बाद राजनीतिक दलों ने अपनी कमर कस ली है। इसी कड़ी में ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के सुप्रीमो असदुद्दीन ओवैसी पूर्वी चंपारण जिले के ढाका विधानसभा क्षेत्र में पहुंचे। यहां उन्होंने पार्टी के उम्मीदवार राणा रंजीत सिंह के पक्ष में वोट मांगने के लिए ढाका हाई स्कूल के खेल मैदान में एक विशाल जनसभा को संबोधित किया।
महागठबंधन का ‘बिहार का तेजस्वी प्रण’ – हर घर रोजगार, हर हाथ सम्मान का वादा
ओवैसी का यह दौरा बिहार चुनावों के संदर्भ में बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है, जहां AIMIM ने 25 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की है। ढाका सीट से हिंदू राजपूत नेता राणा रंजीत सिंह को टिकट दिए जाने से पार्टी की रणनीति में बदलाव साफ झलक रहा है। यह सीट मुस्लिम बहुल होने के बावजूद AIMIM ने यहां गैर-मुस्लिम उम्मीदवार उतारकर अपनी पहुंच को व्यापक बनाने की कोशिश की है। राणा रंजीत पूर्व मंत्री और बीजेपी विधायक राणा रंधीर सिंह के भाई हैं, जो पड़ोसी मधुबन सीट से तीसरी बार दांव पर हैं।
जनसभा को संबोधित करते हुए ओवैसी ने विपक्षी महागठबंधन और सत्ताधारी NDA दोनों पर निशाना साधा। उन्होंने मुस्लिम समुदाय के प्रतिनिधित्व को लेकर तेजस्वी यादव और आरजेडी पर तंज कसा। ओवैसी ने कहा, “14% वाले तेजस्वी यादव 36% टिकट का दावा करते हैं, हम 17% (मुस्लिम वोट बैंक) वालों को सिर्फ लॉलीपॉप थमाया जाता है। वहीं, वीआईपी पार्टी के 3% लोग डिप्टी सीएम का दावा करते हैं, तो हम 17% वाले मुख्यमंत्री क्यों नहीं बन सकते






















