Bihar Assembly Monsoon Session: बिहार विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान महागठबंधन विधायकों द्वारा मतदाता सूची (वोटर लिस्ट) के निरीक्षण को लेकर किए गए विरोध प्रदर्शन पर राज्य सरकार के मंत्री श्रवण कुमार ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि यह मुद्दा सिर्फ एक “सियासी शोर” है। श्रवण कुमार ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि अगर विपक्ष के पास कोई ठोस मुद्दा है, तो सरकार उस पर चर्चा के लिए तैयार है। लेकिन जब मुद्दों का अभाव होता है, तब इस तरह के विषय लाए जाते हैं। सरकार हर सवाल का जवाब देने को तैयार है।”

इधर, राष्ट्रीय जनता दल के वरिष्ठ विधायक भाई वीरेंद्र ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि आज वोटर लिस्ट मामले को लेकर हम लोग काला कपड़ा पहनकर विधानसभा के अंदर बाहर प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सीधे तौर पर गरीब पिछड़ा अति पिछड़ा दलित महादलित का वोट काटा जा रहा है और एक बड़ी साजिश रची जा रही है। इसे किसी हालत में हम बर्दाश्त नहीं करेंगे।

कांग्रेस विधायक दल के वरिष्ठ नेता शकील अहमद ने पत्रकारों से बातचीत में कहा, “मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कितनी भी नियम-कानून बना लें, बिहार अब उनसे संभलने वाला नहीं है।” उन्होंने राज्य में हो रही आपराधिक घटनाओं की ओर इशारा करते हुए कहा कि अपराधी बेलगाम हैं और प्रशासन पूरी तरह पंगु हो चुका है। शकील अहमद ने यह भी कहा कि आम जनता भय और असुरक्षा के माहौल में जी रही है, लेकिन सरकार सिर्फ आंकड़ों की बाजीगरी में व्यस्त है। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या यही सुशासन है, जिसके नाम पर मुख्यमंत्री वर्षों से सत्ता में बने हुए हैं?

बता दें कि बिहार विधानसभा के मानसून सत्र का आज दूसरा दिन है। सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी विधायक जमकर हंगामा करने लगे। स्पीकर नंदकशोर यादव ने जैसे ही सदन की कार्यवाही शुरू की, विपक्षी विधायक सदन में खड़े होकर शोरगुल करने लगे। हंगामा कर रहे विधायक वेल में पहुंच गए नारेबाजी करने लगे। स्पीकर ने विपक्षी विधायकों से कहा कि आपलोग सीट पर जाइए और एक सदस्य अपनी बात रखें। इसके बाद भी हंगामा कर रहे विधायक शांत नहीं हुए। वेल में हंगामा कर रहे विधायकों ने रिपोर्टर टेबल को तोड़ने की कोशिश की। इसके बाद स्पीकर नंदकिशोर यादव ने सदन की कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।