बिहार विधान परिषद में आज उस वक्त गहमागहमी बढ़ गई जब आरजेडी के विधान पार्षद सुनील कुमार सिंह को निलंबित कर दिया गया। दरअसल, विधानसभा की कार्यवाही के दौरान आरजेडी एमएलसी सुनील सिंह ने नीतीश कुमार योगी के शपथ समारोह में गए थे और अखबार में जिस तरह का एक फोटो छापा था उसे सदन में दिखाया था। इस फोटो को दिखाए जाने के बाद कार्यकारी सभापति अवधेश नारायण सिंह ने उनके ऊपर यह कार्रवाई की और सत्र में एक दिन के लिए उन्हें निलंबित कर दिया|
मीडिया में छपी फोटो को दिखाने पर आपत्ति
वहीं इसे लेकर विधान पार्षद सुनील कुमार सिंह ने कहा कि अगर मीडिया में छपी फोटो को दिखाने पर आपत्ति है तो पहले मीडिया पर आपत्ति उठाना चाहिए था। इतना ही फोटो नागवार है तो प्रिंट मीडिया इलेक्ट्रोनिक मीडिया के ऊपर मानहानि का मुकदमा करना चाहिए। जहां तक निलंबन और नहीं निलंबन करने की बात है तो उनलोगों की सरकार है उनलोगों के ही सभापति हैं तो किसी को भी निलंबित कर सकते हैं। विधान पार्षद ने आगे कहा कि सरकार चाहे तो कुछ भी बोल सकती है वह आपत्तिजनक नहीं है लेकिन अगर आपके सही बात को जो अखबारों में छपा है उस बात को सदन में रखा जाए तो गडबड है। ऐसा दो रंग का नीति नहीं चलना चाहिए।
दो तरह का कानून
वहीं उन्होंने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि बिहार में दो तरह का कानून चलता है। कोई आदमी घुस में बीस हजार रूपया ले लेता है तो उसे कमर में रस्सी बांध कर थाना लाया जाता है। वहीं अगर पचास लाख कहीं नगद पकड़ा जाए तो उसको चिकन कबाब खिला कर जमानत दे दिया जाता है। यह कोई इस सरकार के लिए नई बात नही है। उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि कहां नियमावाली में लिखा है कि जो खबर अखबार में छपा है उसे सदन में नहीं बोल सकते हैं।