Bihar Politics: दरभंगा में महागठबंधन के एक कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर कथित तौर पर अपमानजनक टिप्पणी किए जाने के बाद बिहार की सियासत गर्मा गई है। भाजपा और जदयू के नेताओं ने कांग्रेस और महागठबंधन पर करारा प्रहार करते हुए कहा है कि सत्ता की लालसा और हताशा में कांग्रेस ऐसे शब्दों का प्रयोग कर रही है जो न केवल लोकतांत्रिक मर्यादाओं को ठेस पहुंचाते हैं बल्कि देश की जनता के सम्मान को भी चुनौती देते हैं।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने कहा कि कांग्रेस नेताओं के असंवैधानिक शब्द इस बात का संकेत हैं कि पार्टी का “विनाशकाल” करीब है। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस बिहार में जेडीयू के खिलाफ राजनीतिक अस्तित्व जताने की कोशिश कर रही है और इसी रणनीति के तहत सीट बंटवारे में अपनी स्थिति मजबूत करने की जुगत में है। जायसवाल ने यह भी कहा कि जनता कांग्रेस के इस व्यवहार को कभी स्वीकार नहीं करेगी और इसका जवाब चुनावों में मिलेगा।
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वहीं, बिहार सरकार में मंत्री संजय सरावगी ने दरभंगा में दिए गए बयानों को मिथिला की संस्कृति और मर्यादा का अपमान बताया। उन्होंने कहा कि मिथिला, मां जानकी की धरती है और यहां प्रधानमंत्री मोदी की स्वर्गीय मां के बारे में जिस तरह के घृणित शब्दों का इस्तेमाल हुआ, उसने पूरे क्षेत्र को कलंकित कर दिया है। सरावगी ने कांग्रेस और राजद नेतृत्व पर निशाना साधते हुए कहा कि राहुल गांधी और तेजस्वी यादव को “प्रायश्चित यात्रा” निकालनी चाहिए, क्योंकि मिथिला की जनता इस अपमान को कभी नहीं भूलेगी।
JDU नेता नीरज कुमार ने दरभंगा में महागठबंधन के एक कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ कथित तौर पर अपमानजनक टिप्पणी वाले एक वायरल वीडियो पर कहा, “…महत्वपूर्ण सवाल यह है कि महागठबंधन के घटक दलों ने ऐसे मामले पर कोई आलोचना भी नहीं की या कांग्रेस पार्टी ने उस व्यक्ति को निष्कासित नहीं किया…राजनीति में मतभेद चलते रहेंगे लेकिन आपस में यदि भाषाई ‘लंपटई’ हो और कोई दल उसे बर्दाश्त करे तो यह निश्चित तौर पर लोकतंत्र के लिए चिंता का विषय है।”