25 अप्रैल 2025 को हुई बिहार कैबिनेट की अहम बैठक को राज्य की आधारभूत संरचना और युवाओं के भविष्य को लेकर लिए गए ठोस फैसलों के लिए याद रखा जाएगा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में बुलाई गई इस बैठक में कुल 34 प्रस्तावों को मंजूरी दी गई, जो बिहार के विकास पथ को नई दिशा देने की क्षमता रखते हैं।
हवाई सेवाओं के क्षेत्र में बड़ा कदम
राज्य सरकार ने हवाई यातायात को बढ़ावा देने की दिशा में एक बड़ी पहल करते हुए मधुबनी, वीरपुर, मुंगेर, वाल्मीकिनगर, भागलपुर और सहरसा में एयरपोर्ट निर्माण की संभावनाएं तलाशने का निर्णय लिया है। इस परियोजना का जिम्मा भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (AAI) को सौंपा गया है। विस्तृत सर्वेक्षण और योजना निर्माण के लिए ₹2.43 करोड़ से अधिक की राशि भी स्वीकृत की गई है।
इस निर्णय से न सिर्फ इन जिलों में व्यापार, पर्यटन और निवेश के अवसर बढ़ेंगे, बल्कि स्थानीय रोजगार को भी बढ़ावा मिलेगा। यदि ये परियोजनाएं मूर्त रूप लेती हैं, तो बिहार की हवाई कनेक्टिविटी में क्रांतिकारी परिवर्तन संभव है।
शिक्षा के क्षेत्र में नए आयाम
सरकार ने आठ जिलों में नए डिग्री कॉलेज खोलने की घोषणा की है, जिससे उच्च शिक्षा के क्षेत्र में ग्रामीण और पिछड़े इलाकों को मजबूती मिलेगी। मधुबनी, गोरौल, शाम्हों, इमामगंज, अधौरा, कटोरिया, असरगंज और चकाई को इस योजना में शामिल किया गया है।
इन कॉलेजों के संचालन के लिए 526 नए पदों की मंजूरी दी गई है, जिनमें 422 शिक्षक और 104 शिक्षकेत्तर कर्मचारी नियुक्त किए जाएंगे। हर कॉलेज में एक प्रधानाचार्य की नियुक्ति भी सुनिश्चित की गई है।