बिहार की राजनीति में सुपौल जिले की छातापुर विधानसभा Chhatapur Vidhansabha (निर्वाचन क्षेत्र संख्या 45) एक अहम पहचान रखती है। 1967 से इस सीट पर हो रहे चुनावी मुकाबले ने प्रदेश की राजनीति को दिशा देने का काम किया है। शुरुआती दौर में यहां कांग्रेस का दबदबा रहा, लेकिन समय के साथ राजनीतिक समीकरण बदले और इस सीट ने अलग-अलग दलों के उतार-चढ़ाव को देखा। इस सीट का राजनीतिक इतिहास बेहद दिलचस्प रहा है। अब तक यहां से कई बड़े चेहरे विधायक रह चुके हैं। संशोपा के कुंभ नारायण सरदार और भाजपा के नीरज कुमार सिंह बबलू चार-चार बार इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। वहीं, कांग्रेस, जनता दल, राजद और जेडीयू ने भी अलग-अलग समय पर यहां से जीत हासिल की है।
चुनावी इतिहास
2000 से 2005 तक राष्ट्रीय जनता दल (RJD) का यहां मजबूत पकड़ रही, लेकिन अक्टूबर 2005 में जेडीयू उम्मीदवार विश्वमोहन भारती ने आरजेडी प्रत्याशी महेंद्र नारायण सरदार को हराकर सत्ता समीकरण बदल दिए। उसके बाद यह सीट बीजेपी और जेडीयू के बीच ताकत के प्रदर्शन का केंद्र बनी। 2010 के चुनाव में नीरज कुमार सिंह बबलू ने जेडीयू प्रत्याशी के रूप में जीत दर्ज की और 2015 में भाजपा का हिस्सा बनकर उन्होंने फिर से आरजेडी को मात दी। 2020 के विधानसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी नीरज कुमार सिंह ने आरजेडी के विपिन कुमार नोनिया को 20,635 मतों के बड़े अंतर से पराजित किया और लगातार अपनी पकड़ मजबूत बनाए रखी।
जातीय समीकरण
जातीय समीकरण की बात करें तो छातापुर में मुस्लिम, ब्राह्मण और यादव मतदाता मिलकर लगभग एक-तिहाई वोट बैंक बनाते हैं। यही कारण है कि हर चुनाव में इन समुदायों का झुकाव प्रत्याशी की जीत या हार को तय करता है। कुल 2,40,870 मतदाताओं वाले इस विधानसभा क्षेत्र में 1,27,575 पुरुष और 1,13,280 महिला वोटर हैं। यहां शिक्षा, स्वास्थ्य और बेरोजगारी आज भी प्रमुख चुनावी मुद्दे बने हुए हैं।
Triveniganj Vidhansabha : जेडीयू का गढ़, बदलते समीकरण और 2025 की सियासी चुनौतियां
राजनीतिक पंडित मानते हैं कि छातापुर सीट पर सत्ता की राह जातीय गणित और स्थानीय मुद्दों के संतुलन से होकर गुजरती है। यही कारण है कि हर चुनाव में यहां का मुकाबला दिलचस्प और अप्रत्याशित साबित होता है। आने वाले विधानसभा चुनाव में यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि भाजपा का मजबूत किला बने इस क्षेत्र में विपक्ष किस तरह चुनौती पेश करता है।






















