Bihar Chunav 2025: बिहार की राजनीति के लिए सोमवार का दिन ऐतिहासिक साबित हो सकता है। चुनाव आयोग आज शाम चार बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस करने जा रहा है और कयास लगाए जा रहे हैं कि इसी दौरान बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तारीखों का औपचारिक ऐलान किया जाएगा। बीते कुछ हफ्तों से राज्य का राजनीतिक माहौल गरमा चुका है और अब पूरे बिहार की निगाहें आयोग की इस अहम घोषणा पर टिकी हुई हैं।
बिहार चुनाव केवल विधानसभा की तस्वीर ही नहीं बदलते, बल्कि राष्ट्रीय राजनीति पर भी असर डालते हैं। यही वजह है कि 2025 का चुनाव नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव दोनों के लिए बेहद खास माना जा रहा है। नीतीश कुमार जहां अपनी सियासी जमीन और अनुभव के सहारे सत्ता में बने रहने की कोशिश करेंगे, वहीं तेजस्वी यादव के लिए यह चुनाव करियर की सबसे बड़ी चुनौती और सत्ता तक पहुंचने का सुनहरा मौका है।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि बिहार विधानसभा चुनाव 2025 का असर 2029 के लोकसभा चुनावों तक देखने को मिलेगा। नीतीश कुमार के लिए यह चुनाव राजनीतिक विरासत और विश्वसनीयता की परीक्षा है, जबकि तेजस्वी यादव अपनी युवा छवि और आक्रामक रणनीति के जरिए जनता को लुभाने की कोशिश में जुटे हैं।
अगर हम 2020 के चुनाव पर नजर डालें तो उस समय चुनाव आयोग ने 25 सितंबर को शेड्यूल का ऐलान किया था और तीन चरणों में चुनाव करवाए थे। पहले चरण का मतदान 28 अक्टूबर, दूसरे चरण का 3 नवंबर और तीसरे चरण का 7 नवंबर को हुआ था। मतगणना 10 नवंबर को हुई थी। इस बार भी आयोग चरणबद्ध तरीके से मतदान की घोषणा कर सकता है, लेकिन असल तस्वीर आज शाम ही साफ होगी।
फिलहाल पूरे राज्य में राजनीतिक दल अपनी रणनीतियों को अंतिम रूप दे रहे हैं। सत्ताधारी गठबंधन हो या विपक्षी दल, सभी को मालूम है कि तारीखों के ऐलान के साथ ही असली चुनावी रणभेरी बज जाएगी। उम्मीदवार चयन, जनसभाओं की रणनीति और गठबंधनों का भविष्य आज की घोषणा के बाद और स्पष्ट हो जाएगा।
बिहार में इस बार का चुनाव सिर्फ सत्ता परिवर्तन की लड़ाई नहीं बल्कि दो पीढ़ियों के बीच का मुकाबला भी माना जा रहा है। नीतीश कुमार राजनीति के धुरंधर खिलाड़ी माने जाते हैं, जबकि तेजस्वी यादव नई सोच और जोश के साथ मैदान में हैं। यही वजह है कि इस बार का चुनाव और भी रोचक होने वाला है।
अब सबकी निगाहें शाम 4 बजे होने वाली प्रेस कॉन्फ्रेंस पर टिकी हैं। बिहार की जनता इंतजार कर रही है कि आखिर कब बजेगी चुनावी रणभेरी और किस तारीख से शुरू होगा लोकतंत्र का सबसे बड़ा पर्व।






















