बिहार में मौसम (Bihar cold wave) ने अचानक करवट ले ली है और ठंड ने अपने सबसे तीखे तेवर दिखाने शुरू कर दिए हैं। पिछले कुछ दिनों से लगातार गिरते तापमान ने अब हालात ऐसे बना दिए हैं कि ठंड केवल रात तक सीमित नहीं रही, बल्कि दिन में भी लोगों को कंपकंपी महसूस हो रही है। मौसम विभाग के ताजा आकलन के मुताबिक, अगले 48 घंटे बिहार के लिए बेहद संवेदनशील रहने वाले हैं, क्योंकि इस दौरान भीषण शीतलहर के साथ घना से बहुत घना कोहरा छाने की पूरी आशंका है।
राजधानी पटना समेत कई जिलों में अधिकतम तापमान में अचानक आई गिरावट ने मौसम का मिजाज पूरी तरह बदल दिया है। दिन और रात के तापमान के बीच का अंतर लगातार कम होता जा रहा है, जिससे दोपहर में भी ठंड का अहसास रात जैसा होने लगा है। कुछ इलाकों में हल्की धूप जरूर देखने को मिली, लेकिन पछुआ हवाओं और नमी के असर के सामने वह बेअसर साबित हुई।
मौसम विभाग की एडवाइजरी के अनुसार, राज्य के कई हिस्सों में न्यूनतम तापमान 12 से 17 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने का अनुमान है। इसके साथ ही पश्चिमी हवाओं की रफ्तार बढ़ने से ठंड की तीव्रता और अधिक बढ़ सकती है। विशेषज्ञों का मानना है कि 19 दिसंबर के आसपास कोहरे की चादर और मोटी हो सकती है, जिससे दृश्यता बेहद कम हो जाएगी और जनजीवन पर सीधा असर पड़ेगा।
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सुबह से लेकर शाम तक फैला कोहरा पहले ही सड़क और रेल यातायात को प्रभावित करने लगा है। कई जिलों में दृश्यता घटने से वाहन चालकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। शहरी इलाकों, खासकर पटना में, कोहरे और ठंड का संयुक्त प्रभाव ज्यादा देखने को मिल रहा है। भभुआ, सासाराम, आरा, बक्सर, छपरा, भागलपुर और बांका जैसे जिलों में भी कोहरे का असर स्पष्ट रूप से नजर आ रहा है और आने वाले दिनों में इसकी तीव्रता और बढ़ सकती है।
मौसम वैज्ञानिकों का आकलन है कि इस साल ठंड का दौर पिछले वर्ष की तुलना में अधिक कठोर हो सकता है। बिहार मौसम केंद्र के अनुसार, करीब 27 जिलों में शीतलहर और घने कोहरे का प्रभाव एक साथ देखने को मिलेगा। उत्तर और मध्य बिहार के कई जिले इस मौसमीय खतरे की जद में हैं, जहां सामान्य जनजीवन के साथ-साथ स्वास्थ्य संबंधी जोखिम भी बढ़ सकते हैं।
प्रशासन ने हालात की गंभीरता को देखते हुए सभी जिलों को अलर्ट मोड पर रहने के निर्देश दिए हैं। जरूरत पड़ने पर सार्वजनिक स्थानों पर अलाव, रैन बसेरों की व्यवस्था और अन्य राहत उपायों को सक्रिय किया जाएगा। आम लोगों से अपील की गई है कि वे अनावश्यक यात्रा से बचें, गर्म कपड़ों का उपयोग करें और बुजुर्गों, बच्चों व बीमार लोगों का विशेष ध्यान रखें, क्योंकि आने वाले दो दिन ठंड के लिहाज से सबसे ज्यादा चुनौतीपूर्ण साबित हो सकते हैं।





















