Bihar Weather Update: बिहार में ठंड ने एक बार फिर अपना विकराल रूप दिखाना शुरू कर दिया है। उत्तर-पश्चिम दिशा से चल रही सर्द पछुआ हवा ने प्रदेश के बड़े हिस्से को हाड़ कंपाने वाली ठंड की गिरफ्त में ले लिया है। सुबह-शाम ही नहीं, दिन में भी ठंड का असर साफ नजर आ रहा है, जिससे आम जनजीवन पूरी तरह प्रभावित हो गया है। हालात ऐसे बन गए हैं कि कई इलाकों में शीतलहर जैसी स्थिति महसूस की जा रही है।
शनिवार को बिहार के सात जिलों का न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे दर्ज किया गया, जो इस सीजन में अब तक के सबसे ठंडे दौर की ओर इशारा करता है। पिछले 24 घंटों में गयाजी राज्य का सबसे ठंडा जिला रिकॉर्ड किया गया, जहां न्यूनतम तापमान गिरकर 5.4 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। पहाड़ी इलाकों जैसी ठंड का अहसास करा रहे गयाजी में सुबह के समय सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा और लोग अलाव व गर्म कपड़ों के सहारे ठंड से बचते नजर आए।
राजधानी पटना में भी पछुआ हवा ने ठंड की धार और तेज कर दी है। हालांकि यहां तापमान गयाजी जितना नीचे नहीं गया, लेकिन हवा की वजह से कनकनी काफी बढ़ गई है। खुले इलाकों में निकलना लोगों के लिए मुश्किल हो रहा है। जहानाबाद में न्यूनतम तापमान 9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जिससे वहां भी शीतलहर जैसे हालात बने हुए हैं। ग्रामीण इलाकों में ठंड का असर ज्यादा देखा जा रहा है, जहां सुबह-शाम दैनिक गतिविधियां लगभग ठप सी हो गई हैं।
मौसम विभाग ने ठंड को लेकर गंभीर चेतावनी जारी की है। विभाग के अनुसार आज प्रदेश के 32 जिलों में कोल्ड डे और घने कोहरे का ऑरेंज अलर्ट घोषित किया गया है। इसका मतलब है कि आने वाले दिनों में दिन के तापमान में भी बढ़ोतरी की उम्मीद नहीं है और ठंड पूरे दिन असर दिखाती रहेगी। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि अगले पांच दिनों तक दिन और रात दोनों समय ठंड से राहत मिलने की संभावना बेहद कम है।
ठंड के साथ-साथ घने कोहरे ने परिवहन व्यवस्था को भी बुरी तरह प्रभावित किया है। दृश्यता कम होने के कारण हवाई और रेल यातायात दोनों पर असर पड़ा है। पटना एयरपोर्ट से आने-जाने वाली 22 फ्लाइट्स अपने तय समय से देरी से उड़ीं, जिससे यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। कई यात्रियों को घंटों एयरपोर्ट पर इंतजार करना पड़ा।
रेल यातायात की स्थिति भी कुछ बेहतर नहीं रही। दिल्ली से पटना आने वाली संपूर्ण क्रांति एक्सप्रेस करीब 25 घंटे की देरी से अपने गंतव्य पर पहुंची, जबकि तेजस एक्सप्रेस और राजधानी एक्सप्रेस जैसी प्रीमियम ट्रेनों को भी लगभग 13 घंटे की देरी झेलनी पड़ी। कोहरे की वजह से ट्रेनों की रफ्तार सीमित रखनी पड़ी, जिससे लंबी दूरी की यात्रा और ज्यादा थकाऊ हो गई।
मौसम विशेषज्ञों का मानना है कि पछुआ हवा और उत्तर भारत में बने पश्चिमी विक्षोभ के असर से बिहार में यह ठंड और गहराई है। खासकर सुबह के समय घना कोहरा और दिन में ठंडी हवा लोगों की मुश्किलें बढ़ा रही है। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि बेवजह घर से बाहर न निकलें और ठंड से बचाव के लिए आवश्यक सावधानियां बरतें।
कुल मिलाकर बिहार इस समय कड़ाके की ठंड, कोल्ड डे और कोहरे के त्रिकोणीय असर से जूझ रहा है। आने वाले कुछ दिन लोगों के लिए चुनौतीपूर्ण रहने वाले हैं, जहां स्वास्थ्य, यातायात और रोजमर्रा की जिंदगी सभी पर ठंड का असर साफ दिखाई देगा।






















