पटना के ऐतिहासिक सदाकत आश्रम से कांग्रेस पार्टी ने बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Election 2025) के लिए अपने सियासी सफर की शुरुआत करते हुए बड़ा ऐलान किया है। गुरुवार दोपहर आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस ने स्पष्ट कर दिया कि महागठबंधन के चुनाव प्रचार की कमान अब उसके हाथ में होगी। इस मौके पर ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी (AICC) के महासचिव डॉ. सैय्यद नासिर हुसैन, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश राम और कांग्रेस विधायक दल के नेता डॉ. शकील अहमद खान मौजूद थे।
डॉ. नासिर हुसैन ने साफ कहा कि पार्टी न केवल महागठबंधन की चुनावी रणनीति में अहम भूमिका निभाएगी, बल्कि अपने मुख्य मुद्दों को साझा घोषणापत्र में शामिल कराने के लिए पूरी ताकत लगाएगी। उन्होंने कहा कि सत्ता में आने के बाद कांग्रेस अपने वादों को धरातल पर उतारेगी। इस दौरान आरक्षण के मसले को लेकर कांग्रेस ने बड़ा राजनीतिक दांव चला। नासिर हुसैन ने कहा कि कर्नाटक और तेलंगाना जैसे कांग्रेस शासित राज्यों में ओबीसी आरक्षण को बढ़ाया गया है, और अब बिहार में भी इसे हर हाल में लागू किया जाएगा।
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AICC महासचिव ने आगे कहा कि, कांग्रेस और इंडिया गठबंधन इस बिहार चुनाव में जोर शोर से भाग लेगा। हमारे लिए बिहार चुनाव बहुत महत्वपूर्ण है। राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे के नेतृत्व में कांग्रेस यहां कैंपेन लीड करेगी। जो सरकार बनेगी, उसमें हम सभी मेनिफेस्टो को इम्प्लीमेंट करेंगे। बिहार को कर्नाटक और तेलंगाना के तर्ज पर विकास की राह पर ले जाएंगे।
वहीँ बिहार प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश राम ने कहा कि, विपक्ष के रूप में रहकर अपनी भूमिका जनहित के मुद्दों पर लेकर चल रहे हैं। अगर हमारी सरकार बनेगी तो हम रोजगार देंगे। यहां 55 विभाग है और उसमें 4 लाख 49 हजार पद रिक्त हैं। हमने रोजगार मेला लगाया और ऑन स्पॉट 24 हजार नौकरियां दी। जबकि रोजगार मेला लगाने का काम हमारा नहीं, बल्कि सत्ता पक्ष का है। फिर भी 270 कंपनियां बुलाकर हमने नौकरी देने का काम किया।






















