बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के बीच कांग्रेस पार्टी में टिकट बंटवारे (Bihar Congress Ticket Controversy) को लेकर बवंडर मच गया है। दरभंगा जिले के कस्बा विधानसभा सीट से सिटिंग कांग्रेस विधायक अफाक आलम और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश राम का एक कथित वायरल ऑडियो अब पार्टी की अंदरूनी कलह को खुलकर सामने ला रहा है। इस ऑडियो में राजेश राम कथित रूप से अफाक आलम से कहते सुनाई दे रहे हैं कि, “आपका टिकट फाइनल कर दिया गया है, लेकिन पप्पू यादव टिकट कटवाने में लगे हुए हैं… कोई इरफान को टिकट दिलाने की बात कर रहा है।”
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यह ऑडियो क्लिप सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया है, जिससे बिहार कांग्रेस की अंदरूनी राजनीति में भूचाल आ गया है। अफाक आलम ने इस ऑडियो की पुष्टि करते हुए प्रेस कॉन्फ्रेंस की और कहा कि कांग्रेस पार्टी में टिकट वितरण पूरी तरह पैसों के खेल में बदल गया है। उन्होंने कहा कि “अब पार्टी में विचारधारा नहीं, रुपयों की ताकत से उम्मीदवार तय किए जा रहे हैं।”
अफाक आलम ने आरोप लगाया कि पार्टी के अंदर कृष्णा अल्लाहवरु और शकील अहमद खान जैसे वरिष्ठ नेता भी इस खेल में शामिल हैं। उन्होंने बताया कि टिकट बंटवारे की प्रक्रिया में सिटिंग विधायकों तक को हटा दिया गया है, जबकि बाहरी और पराजित नेताओं को टिकट दे दिया गया है। अफाक ने सवाल उठाया कि “इरफान जैसे नेता, जो समिति का चुनाव भी हार चुके हैं, उन्हें टिकट कैसे दिया गया? क्या इसलिए कि उन्होंने मोटी रकम दी?”

प्रेस कॉन्फ्रेंस में अफाक आलम ने कुछ फोटोग्राफ्स भी जारी किए, जिनमें कथित रूप से इरफान को भाजपा के वरिष्ठ नेताओं के साथ देखा जा सकता है। उन्होंने इसे “कांग्रेस की रीढ़ में घुसे भाजपा के प्रभाव” की निशानी बताया और कहा कि “जब कांग्रेस अपने ही कार्यकर्ताओं को टिकट नहीं देती और भाजपा के नजदीकी लोगों को मौका देती है, तो जनता उस पार्टी पर कैसे भरोसा करेगी?”
वायरल ऑडियो ने कांग्रेस नेतृत्व पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। खासकर यह दावा कि “पप्पू यादव टिकट फाइनल कराने में हस्तक्षेप कर रहे हैं” — पार्टी की स्वतंत्रता और रणनीतिक दिशा पर गहरे सवाल खड़े करता है। अफाक ने कहा, “पप्पू यादव आखिर कांग्रेस में क्या भूमिका निभा रहे हैं? क्या अब कांग्रेस का टिकट बाहरी ताकतें तय करेंगी?”






















