Bihar Voter Adhikar Yatra: बिहार की सियासत इन दिनों वोटर अधिकार यात्रा को लेकर गर्माई हुई है। कांग्रेस ने इस यात्रा को महज एक राजनीतिक कार्यक्रम नहीं, बल्कि लोकतंत्र बचाने की एक “तीर्थ यात्रा” करार दिया है। पार्टी का कहना है कि यह अभियान वोट चोरी के खिलाफ जनता की ताकत को जगाने का प्रयास है और इसका संदेश केवल बिहार तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि पूरे देश में फैल जाएगा।
कांग्रेस प्रवक्ता और मीडिया विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने पटना में मीडिया से कहा कि वोटर अधिकार यात्रा का समापन एक सितंबर को पटना में एक विशाल पैदल मार्च के साथ होगा। यह मार्च गांधी मैदान स्थित गांधी प्रतिमा से शुरू होकर आंबेडकर प्रतिमा तक जाएगा। उनका कहना था कि यह समापन मात्र एक यात्रा का अंत नहीं बल्कि “वोट चोरी” के खिलाफ एक नए आंदोलन की शुरुआत होगी।
खेड़ा ने इस यात्रा को “तीर्थ यात्रा” बताते हुए कहा कि जब लोकतंत्र का सबसे पवित्र अधिकार, यानी वोट, चोरी होने लगे तो उसे बचाने का संघर्ष भी पवित्र हो जाता है। उन्होंने दावा किया कि महागठबंधन पूरी ताकत से यह सुनिश्चित करने में जुटा है कि बिहार का हर मतदाता बिना किसी बाधा के अपने अधिकार का इस्तेमाल कर सके।
कांग्रेस नेता ने भरोसा जताया कि इस बार बिहार “वोट चोरों” को सबसे पहले सजा देगा और उसके बाद देश के बाकी राज्य भी उसी राह पर चलेंगे। उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव नजदीक हैं और जनता अब भाजपा-जदयू गठबंधन से 20 साल का हिसाब मांग रही है।
राष्ट्रीय जनता दल के सांसद संजय यादव ने भी भाजपा-जदयू सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाया कि बिहार में भ्रष्टाचार चरम पर है और गरीबों को परेशान किया जा रहा है। उन्होंने व्यंग्य करते हुए कहा कि राज्य में ऐसी नौबत आ गई है कि कुत्तों-बिल्लियों तक के नाम पर प्रमाण पत्र जारी हो रहे हैं, जबकि असली जरूरतमंद लोगों को हक से वंचित किया जा रहा है।






















