पटना : बिहार में कोरोना के नए वेरिएंट को लेकर अलर्ट जारी कर दिया गया है। इसको लेकर सोमवार को पटना के विकास भवन में स्वास्थ्य विभाग ने एक उच्चस्तरीय बैठक का आयोजन किया। बैठक की अध्यक्षता विकास आयुक्त सह स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने की। इस दौरान कोविड-19 की वर्तमान स्थिति, स्वास्थ्य सुविधाओं की उपलब्धता, जांच और उपचार की व्यवस्था, साथ ही दवाओं और ऑक्सीजन जैसे आवश्यक संसाधनों की आपूर्ति की समीक्षा की गई।
अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने बताया कि भारतीय SARS-CoV-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम (INSACOG) ने भारत में कोविड-19 के दो नए सब-वेरिएंट NB.1.8.1 और LF.7 की पहचान की है। तमिलनाडु में अप्रैल में NB.1.8.1 का एक मामला और गुजरात में मई में LF.7 के चार मामले सामने आए हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने इन दोनों सब-वेरिएंट्स को “वेरिएंट्स अंडर मॉनिटरिंग” की श्रेणी में रखा है, यानी ये अभी चिंता का कारण नहीं हैं, लेकिन इन पर नजर रखने की जरूरत है।
प्रत्यय अमृत ने आम जनता से अपील की कि वे घबराएं नहीं, बल्कि सतर्क और जागरूक रहें। उन्होंने सभी सिविल सर्जनों और मेडिकल कॉलेजों के अधीक्षकों को संदिग्ध मामलों की पहचान, सक्रिय निगरानी और समय पर जांच सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। साथ ही सभी जिलों को किसी भी संभावित स्थिति के लिए तैयार रहने को कहा गया।
स्वास्थ्य विभाग ने की व्यापक तैयारी
स्वास्थ्य विभाग ने सभी जिलों को पर्याप्त मात्रा में जांच किट, मास्क, दवाएं, ऑक्सीजन और आवश्यक उपकरणों की आपूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। अपर मुख्य सचिव ने स्वास्थ्य सेवाओं में पारदर्शिता, प्रभावी समन्वय और जवाबदेही पर विशेष जोर दिया। इसके अलावा, जन जागरूकता बढ़ाने और नियमित निगरानी को मजबूत करने के लिए भी कदम उठाने के निर्देश दिए गए हैं।
बैठक में इनकी रही मौजूदगी
इस उच्चस्तरीय बैठक में स्वास्थ्य विभाग के सचिव मनोज कुमार सिंह, बीएमएसआईसीएल के प्रबंध निदेशक धर्मेंद्र कुमार, स्वास्थ्य विभाग की संयुक्त सचिव डॉ. अनुपमा सिंह सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। राज्य के सभी जिलों के सिविल सर्जन, सरकारी मेडिकल कॉलेजों के प्राचार्य और अधीक्षक, साथ ही एम्स, आईजीआईएमएस, आरएमआरआई और ईएसआईसी, बिहटा के प्रतिनिधियों ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से हिस्सा लिया।
पिछले अनुभवों से सबक लेकर तैयारी
कोविड-19 महामारी के पिछले अनुभवों को देखते हुए बिहार सरकार इस बार कोई जोखिम नहीं लेना चाहती। स्वास्थ्य विभाग ने पहले ही आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए कई कदम उठाए हैं, जिसमें भारत कोविड-19 इमरजेंसी रिस्पॉन्स और हेल्थ सिस्टम प्रीपेयर्डनेस पैकेज-फेज I (ECRP-I) के तहत संसाधनों का प्रबंधन शामिल है।
स्वास्थ्य विभाग ने आम जनता से भी कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करने, मास्क पहनने और सामाजिक दूरी बनाए रखने की अपील की है ताकि किसी भी संभावित खतरे को रोका जा सके।