बिहार (Bihar) में एक बार फिर कानून-व्यवस्था को लेकर सरकार विपक्ष के निशाने पर है। राजधानी पटना (Patna Crime) के बड़े बिजनेसमैन गोपाल खेमका (Gopal Khemka Murder) की सरेआम हत्या के बाद राज्य में बढ़ते अपराध (Rising Crime in Bihar) पर सवाल उठने लगे हैं। कांग्रेस के राज्यसभा सांसद डॉ. अखिलेश प्रसाद सिंह (Dr. Akhilesh Singh Congress) ने शनिवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar Government) पर जमकर हमला बोला और NCRB के आंकड़े पेश करते हुए कहा कि बिहार में अपराध (Bihar Crime Statistics) लगातार बढ़ रहा है।
“पटना में इस साल 116 हत्याएं, 41 बलात्कार के मामले”
डॉ. अखिलेश सिंह ने कहा कि एक समय था जब बिहार शांति और सद्भाव की मिसाल था, लेकिन आज यहां गुंडों की गोलियां आग उगल रही हैं। ADG लॉ एंड ऑर्डर खुद मानते हैं कि पुलिस पर हमले बढ़ रहे हैं। तेजस्वी यादव के आवास के पास गोलीबारी हुई, लेकिन अपराधी फरार हैं। पटना में इस साल अब तक 116 हत्याएं और 41 बलात्कार के मामले दर्ज हो चुके हैं।
NCRB डेटा के मुताबिक – 17 साल में 53,000+ हत्याएं
उन्होंने NCRB (National Crime Records Bureau) के आंकड़ों का हवाला देते हुए बताया:
- 2005 vs 2022: बिहार में कुल अपराध 1,60,664 से बढ़कर 3,47,835 हो गए (323% वृद्धि)।
- हत्या के मामले: उत्तर प्रदेश के बाद बिहार दूसरे नंबर पर, NDA शासन में 53,000+ हत्याएं दर्ज।
- महिला अपराध: 336% की वृद्धि, 2,21,729 महिलाएं शिकार।
- बच्चों के खिलाफ अपराध: 7062% की भयावह बढ़ोतरी।
गोपाल खेमका हत्याकांड: कैसे हुई वारदात?
गोपाल खेमका की हत्या (Gopal Khemka Murder Case) गांधी मैदान थाना क्षेत्र में हुई। वे बांकीपुर क्लब से लौट रहे थे कि एक हेलमेटधारी बाइक सवार ने उनकी कार के पास आकर सिर में गोली मार दी। सीसीटीवी फुटेज (CCTV Footage Patna) में हमलावर को आराम से वार करते देखा जा सकता है। अस्पताल पहुंचने तक खेमका की मौत हो चुकी थी।