बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Election 2025) की तारीखों की घोषणा के साथ ही राज्य की सियासत में हलचल तेज हो गई है। जैसे ही चुनाव आयोग ने तारीखों का ऐलान किया, सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) ने इसे लोकतंत्र का “महापर्व” बताते हुए जनता से एक बार फिर विकास और सुशासन के लिए समर्थन की अपील की है। बीजेपी के शीर्ष नेताओं—पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह—ने अपने बयानों में बिहार को “जंगलराज से निकलकर विकास की राह पर बढ़ता प्रदेश” बताया है।
बिहार चुनाव का ऐलान.. भाजपा नेताओं ने विपक्ष पर साधा निशाना, कहा- अब बूथ नहीं लूटे जाएंगे
बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने ट्वीट कर कहा कि “चुनाव लोकतंत्र का सबसे बड़ा उत्सव है और यह देश तथा प्रदेश को विकास और सुशासन की राह पर ले जाने का प्रमुख माध्यम है।” उन्होंने दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बिहार की NDA सरकार “जनकल्याण और सुशासन की पर्याय” बन चुकी है। नड्डा ने कहा कि “यह चुनाव बिहार को विकास के रास्ते पर निरंतर आगे बढ़ाने, घुसपैठियों से मुक्ति दिलाने और जंगलराज की वापसी रोकने का चुनाव है।” उन्होंने विश्वास जताया कि बिहार की जनता एक बार फिर एनडीए को प्रचंड बहुमत से आशीर्वाद देगी।
वहीं, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी चुनाव की घोषणा को लेकर प्रतिक्रिया दी और ट्वीट में लिखा कि “लोकतंत्र के इस महापर्व के लिए सभी बिहारवासियों को बधाई।” शाह ने कहा कि “मोदी जी के नेतृत्व में बिहार ने जंगलराज से निकलकर विकास, सुरक्षा और सुशासन की नई पहचान बनाई है।” उन्होंने कहा कि “एनडीए सरकार ने गरीब कल्याण, इंफ्रास्ट्रक्चर, स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में ऐतिहासिक बदलाव किए हैं। आज बिहार हर क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ रहा है।” शाह ने दावा किया कि “बिहार की जनता इस बार भी विकास की राजनीति को ही चुनेगी।”






















