बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से ठीक पहले राज्य की सियासत में बड़ा भूचाल देखने को मिला है। शिवहर से विधायक चेतन आनंद ने शुक्रवार को अपनी विधानसभा सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। यह कदम ऐसे वक्त में उठाया गया है जब सभी दल उम्मीदवारों की अंतिम सूची तय करने में जुटे हुए हैं। चेतन आनंद का इस्तीफा न केवल राजद (RJD) के लिए झटका माना जा रहा है, बल्कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के लिए सियासी लाभ का संकेत भी दे रहा है।

चेतन आनंद ने अपना इस्तीफा विधानसभा अध्यक्ष को भेजा है। उन्होंने पत्र में किसी विशेष कारण का उल्लेख नहीं किया, बस यह लिखा कि उन्होंने “स्वेच्छा से इस्तीफा” दिया है। हालांकि, राजनीतिक गलियारों में यह चर्चा जोरों पर है कि चेतन आनंद अब जेडीयू (JDU) के टिकट पर शिवहर से चुनाव लड़ सकते हैं। सूत्रों के मुताबिक, नीतीश कुमार ने जिन 30 उम्मीदवारों की सूची पर हरी झंडी दी है, उसमें शिवहर से चेतन आनंद का नाम भी शामिल बताया जा रहा है।
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चेतन आनंद का यह निर्णय कोई अचानक उठाया गया कदम नहीं लगता। वे पहले भी नीतीश कुमार की सरकार के समर्थन में खड़े हो चुके हैं। 2020 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने राजद के टिकट पर जीत हासिल की थी, लेकिन जब नीतीश कुमार ने महागठबंधन छोड़कर एनडीए (NDA) के साथ सरकार बनाई, तो चेतन आनंद ने फ्लोर टेस्ट के दौरान राजद का साथ छोड़ नीतीश को समर्थन दे दिया था।






















