बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Election 2025) जैसे-जैसे आगे बढ़ रहा है, वैसे-वैसे महागठबंधन के भीतर खींचतान और असहमति के स्वर तेज होते जा रहे हैं। आज यानी 20 अक्टूबर दूसरे चरण के नामांकन का आखिरी दिन है, और इसी बीच कांग्रेस ने अपनी चौथी सूची जारी कर माहौल और गरमा दिया है। इस नई सूची में 6 उम्मीदवारों के नाम शामिल हैं, जिसके साथ कांग्रेस अब तक कुल 60 प्रत्याशियों की घोषणा कर चुकी है।
सबसे दिलचस्प स्थिति कुटुंबा सीट को लेकर बनी है। यहां कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम मैदान में हैं, जबकि राजद (RJD) ने इस सीट से अपना उम्मीदवार नहीं उतारने का फैसला किया है। RJD उम्मीदवार सुरेश पासवान ने नामांकन नहीं करने का ऐलान कर दिया है। हालांकि यह समझौते का संकेत माना जा रहा है, लेकिन सूत्र बताते हैं कि तेजस्वी यादव और राहुल गांधी के बीच अब भी 4 से 5 सीटों पर मतभेद कायम हैं। महागठबंधन की इस आंतरिक जंग ने विपक्षी एकता की असलियत को उजागर कर दिया है।
कांग्रेस की चौथी लिस्ट जारी.. 6 उम्मीदवारों का ऐलान, अब तक 60 प्रत्याशी उतारे
इसी बीच, भाजपा ने इस मौके को भुनाते हुए महागठबंधन की एकता पर सवाल उठाए हैं। बिहार भाजपा अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने तीखा हमला बोलते हुए कहा कि “NDA पांच पांडवों की तरह एकजुट है, जबकि महागठबंधन में ‘सिर फुटव्वल’ मचा हुआ है। राजद और कांग्रेस एक-दूसरे पर आरोप लगाने में व्यस्त हैं। जो गठबंधन सीटें ही नहीं बांट सकता, वो बिहार को कैसे चला पाएगा?”
जायसवाल ने यह भी आरोप लगाया कि महागठबंधन में टिकट बंटवारे को लेकर पैसों का खेल चल रहा है। उन्होंने कहा, “इनका पुराना रिकॉर्ड रहा है—पहले नौकरी के लिए जमीन लेते थे, अब टिकट के लिए पैसे और जमीन दोनों वसूल रहे हैं। ऐसे लोगों से बिहार के विकास की उम्मीद करना बेकार है।”






















