बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Election 2025) की मतगणना से पहले सासाराम (रोहतास) में ईवीएम ट्रक को लेकर उठा विवाद अब एक बड़ा राजनीतिक मुद्दा बन चुका है। चुनावी प्रक्रिया पूरी होने के बाद जैसे-जैसे मतगणना का दिन करीब आ रहा है, उसी अनुपात में राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप तेज़ हो गए हैं। इस बार विवाद की चिंगारी तब भड़की जब सासाराम के मतगणना केंद्र के बाहर देर रात एक ट्रक पहुंचा, जिसके बारे में कहा गया कि उसमें ईवीएम से जुड़े बक्से लदे थे।
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राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया दी और चुनाव आयोग से पारदर्शिता पर गंभीर सवाल खड़े किए। पार्टी ने अपने आधिकारिक एक्स (X) अकाउंट से एक वीडियो साझा करते हुए पूछा कि बिना किसी पूर्व सूचना या अनुमति के यह ट्रक आखिर मतगणना स्थल तक कैसे पहुंचा? वीडियो में दावा किया गया कि रात करीब दो बजे सीसीटीवी कैमरों का फीड अचानक बंद हो गया और ट्रक के चालक को बिना किसी पूछताछ के वहां से जाने दिया गया। आरजेडी ने इस घटना को “वोट चोरी की कोशिश” करार देते हुए कहा कि यदि प्रशासन ने इसका स्पष्ट जवाब नहीं दिया तो हजारों कार्यकर्ता मतगणना केंद्रों तक पहुंचकर विरोध करेंगे।
विवाद की शुरुआत तब हुई जब सासाराम के नगर थाना क्षेत्र में बाजार समिति परिसर, जिसे स्ट्रांग रूम बनाया गया है, में खाली बक्सा लदा एक ट्रक पहुंचा। स्थानीय कार्यकर्ताओं और प्रत्याशियों ने इस ट्रक को देखकर हंगामा शुरू कर दिया। देखते ही देखते बड़ी संख्या में लोग स्ट्रांग रूम के बाहर इकट्ठा हो गए। दिनारा सीट से राजद प्रत्याशी राजेश यादव, सासाराम से सतेंद्र साह और नोखा से अनीता चौधरी सहित कई उम्मीदवार मौके पर पहुंचे और सीसीटीवी खराब होने की शिकायत करते हुए धरने पर बैठ गए।
प्रशासन की सफाई और जांच के आदेश
मामले की गंभीरता को देखते हुए रोहतास के जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक तुरंत स्थल पर पहुंचे। रोहतास एसपी रोशन कुमार ने स्वीकार किया कि एक ट्रक मतगणना केंद्र परिसर में आया था, लेकिन उसमें ईवीएम नहीं बल्कि खाली टीन के बॉक्स लदे थे। उन्होंने कहा कि किसी भी तरह की गड़बड़ी की संभावना नहीं है और सुरक्षा व्यवस्था पूरी तरह मजबूत है।
जिलाधिकारी ने एडीएम ललित रंजन, जो चेनारी विधानसभा के निर्वाची पदाधिकारी हैं, से पूरे मामले पर स्पष्टीकरण मांगा है। प्रशासन का कहना है कि मतगणना प्रक्रिया की पारदर्शिता और निष्पक्षता को प्रभावित करने वाली किसी भी गतिविधि पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।






















