बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Chunav 2025) के पहले चरण का मतदान गुरुवार को होने जा रहा है। इस चरण में कुल 3.75 करोड़ मतदाता 121 विधानसभा सीटों पर 1,314 उम्मीदवारों की तकदीर का फैसला करेंगे। मुकाबले में इस बार कई दिग्गज नेता, मंत्री और सिनेमा जगत से जुड़े चर्चित चेहरे भी मैदान में हैं। यह चरण न केवल सियासी दलों के लिए परीक्षा है बल्कि बिहार की जनता के मूड का संकेत भी देगा।
राघोपुर में सबसे बड़ा मुकाबला
मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार तेजस्वी यादव राघोपुर सीट से लगातार तीसरी जीत दर्ज करने के इरादे से चुनाव मैदान में हैं। उनके सामने भाजपा के सतीश कुमार हैं—वही नेता जिन्होंने 2010 में तेजस्वी की मां राबड़ी देवी को मात दी थी। इस बार मुकाबले को दिलचस्प बनाती है जन सुराज पार्टी की उपस्थिति, जिसने प्रशांत किशोर की जगह चंचल सिंह को उम्मीदवार बनाया है।
तेज प्रताप यादव का ‘महुआ रणक्षेत्र’
तेजस्वी के बड़े भाई तेज प्रताप यादव अपनी नई पार्टी जनशक्ति जनता दल से महुआ सीट पर ताल ठोंक रहे हैं। यह मुकाबला कई कोणों वाला है—आरजेडी के मौजूदा विधायक मुकेश रौशन, लोजपा (राम विलास) के संजय सिंह और निर्दलीय अशमा परवीन की मौजूदगी ने मुकाबले को बेहद रोमांचक बना दिया है।
मंत्रियों और डिप्टी सीएम पर भी नज़र
पहले चरण में बिहार सरकार के कई मंत्री और दोनों उपमुख्यमंत्रियों की साख दांव पर है। डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा लखीसराय से चौथी बार जीत दर्ज करने की कोशिश में हैं। उनका मुकाबला कांग्रेस के अमरेश कुमार और जन सुराज पार्टी के सूरज कुमार से है। वहीं दूसरे डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी तारापुर से चुनाव मैदान में हैं, जहां उनका आमना-सामना आरजेडी के अरुण कुमार साह से होगा—पिछली बार दोनों के बीच महज 5 हजार वोटों का अंतर रहा था।
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सीवान में बड़ा दंगल
भाजपा के वरिष्ठ नेता और मंत्री मंगल पांडे इस बार पहली बार विधानसभा का रण देख रहे हैं। वे सीवान से मैदान में हैं, जहां उनका सामना आरजेडी के दिग्गज अवध बिहारी चौधरी से है—जो कई बार विधायक और विधानसभा अध्यक्ष रह चुके हैं।
ओसामा शहाब पर सबकी नज़र
रघुनाथपुर सीट पर मुकाबला बेहद संवेदनशील है। यहां मोहम्मद शाहाबुद्दीन के बेटे ओसामा शाहाब मैदान में हैं। एनडीए नेताओं ने उनके मैदान में उतरने को “जंगलराज की वापसी” बताया है। असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने यहां तक कहा कि “ओसामा नाम सुनकर लोगों को ओसामा बिन लादेन याद आ जाता है।”
लोकप्रिय चेहरों की एंट्री
इस चरण में मनोरंजन जगत से कई चेहरे भी चुनावी रण में हैं। भोजपुरी स्टार खेसारी लाल यादव (आरजेडी-छपरा), गायिका मैथिली ठाकुर (भाजपा-अलीगंज) और रितेश पांडे (जन सुराज पार्टी-करगहर) अपनी किस्मत आजमा रहे हैं।
बाहुबलीयों की सीट
सबसे चर्चित सीटों में मोकामा का नाम सबसे ऊपर है। यहां जेल में बंद जदयू विधायक अनंत सिंह का सामना आरजेडी की वीणा देवी से है, जो बाहुबली नेता सूरजभान सिंह की पत्नी हैं। यह सीट सत्ता समीकरण तय करने में अहम भूमिका निभा सकती है।
मतदाताओं का गणित क्या कहता है?
चुनाव आयोग के अनुसार, पहले चरण में 45,341 मतदान केंद्र बनाए गए हैं, जिनमें 36,733 ग्रामीण क्षेत्र में हैं। इस बार 10.72 लाख नए मतदाता और 7.38 लाख युवा (18-19 आयु वर्ग) पहली बार वोट डालेंगे। दीघा (पटना) सीट पर सबसे ज्यादा 4.58 लाख मतदाता, जबकि बरबीघा (शेखपुरा) में सबसे कम 2.32 लाख मतदाता हैं। इस बार बिहार की कुल मतदाता संख्या 7.24 करोड़ है—जो पिछली बार से करीब 60 लाख कम है।






















