बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Election 2025) मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सरकारी आवास पर सियासी आने-जाने का सिलसिला अचानक तेज हो गया। जदयू के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय झा मुख्यमंत्री से मिलने पहुंचे, और उनके तुरंत बाद कैबिनेट मंत्री अशोक चौधरी भी CM आवास में दाखिल हुए। कुछ ही देर बाद उपमुख्यमंत्री और तारापुर से भाजपा उम्मीदवार सम्राट चौधरी भी नीतीश कुमार से मुलाकात के लिए पहुंच गए, जिसके बाद से राजनीतिक गलियारों में चर्चाओं का दौर और तेज हो गया है।
इन नेताओं की लगातार बैठकों को बिहार चुनाव 2025 के मौजूदा रुझानों से जोड़कर देखा जा रहा है, क्योंकि एनडीए भारी बहुमत की ओर बढ़ती दिख रही है। सत्ता पक्ष की इस प्रचंड बढ़त के बीच मुख्यमंत्री आवास पर हुई ये मुलाकातें सिर्फ औपचारिक नहीं मानी जा रहीं, बल्कि कई बड़े फैसलों की संभावनाओं की ओर संकेत करती प्रतीत होती हैं। जदयू और भाजपा दोनों ही दलों के शीर्ष नेताओं का एक ही समय में एक जगह मिलना बताता है कि चुनावी नतीजों के स्पष्ट होते ही आगे की रणनीति को अंतिम रूप देने की तैयारी शुरू हो चुकी है।
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243 सीटों के रुझानों में एनडीए लगभग क्लीन स्वीप की स्थिति में पहुंच चुकी है। शुरुआती गिनती के बाद से ही गठबंधन लगातार मजबूत स्थिति में दिखाई दिया। एनडीए 206 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है और दो सीटों पर जीत दर्ज कर चुका है। दूसरी ओर महागठबंधन मात्र 28 सीटों पर ही आगे है, जिससे स्पष्ट है कि जनता ने इस बार सत्ता की बागडोर एकबार फिर NDA के हाथों में सौंपने का मन बना लिया है।






















