बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Election 2025) का चुनावी बिगुल आधिकारिक रूप से बज चुका है। राज्य की 243 सीटों पर दो चरणों में मतदान होना है, और पहले चरण की नामांकन प्रक्रिया शुक्रवार से शुरू हो चुकी है। पहले दिन नामांकन का उत्साह अपेक्षाकृत धीमा रहा। पहले दिन यानी 10 अक्टूबर को कुल 121 सीटों पर नामांकन की प्रक्रिया शुरू हुई, जिसमें सिर्फ तीन उम्मीदवारों ने पर्चा दाखिल किया। इन तीन उम्मीदवारों में सबसे चर्चित नाम राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव का रहा, जिन्होंने मढ़ौरा विधानसभा सीट से नामांकन दाखिल किया। उनके अलावा कांटी सीट से बीरेंद्र कुमार और एक अन्य निर्दलीय प्रत्याशी ने भी पर्चा जमा किया।
चुनाव आयोग के मुताबिक, नामांकन की अंतिम तिथि 17 अक्टूबर, नामांकन पत्रों की जांच 18 अक्टूबर और नाम वापसी की अंतिम तिथि 20 अक्टूबर तय की गई है। इसके बाद चुनाव प्रचार की सरगर्मी अपने चरम पर पहुंचने की उम्मीद है।
पटना जिले की 14 विधानसभा सीटों के लिए नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया सुबह 11 बजे से दोपहर 3 बजे तक जारी रहेगी। इसके लिए प्रशासन ने विशेष व्यवस्था की है। नामांकन केंद्रों में समाहरणालय, पटना सिटी, दानापुर, मसौढ़ी, पालीगंज अनुमंडल कार्यालयों और बिक्रम के बीडीओ कार्यालयों को नामांकन स्थल के रूप में तैयार किया गया है।
भारत निर्वाचन आयोग ने इस बार चुनावी प्रक्रिया को और पारदर्शी बनाने के लिए डिजिटल मॉनिटरिंग, वेबकास्टिंग और EVM सुरक्षा व्यवस्था को और सख्त किया है। आयोग ने 9 और 10 अक्टूबर को रिटर्निंग ऑफिसर्स और सहायक रिटर्निंग ऑफिसर्स के लिए ऑनलाइन प्रशिक्षण कार्यक्रम भी आयोजित किया, ताकि नामांकन और स्क्रूटनी की प्रक्रिया में किसी भी प्रकार की त्रुटि न हो।
बिहार चुनाव में इस बार पहले चरण की वोटिंग 6 नवंबर को होगी, जिसमें 121 सीटों पर मतदाता अपने प्रतिनिधियों का चयन करेंगे। जबकि दूसरे चरण की वोटिंग 11 नवंबर को होगी। दो चरणों में होने वाले इस चुनाव में मुख्य मुकाबला एक बार फिर महागठबंधन और एनडीए के बीच होने की संभावना है।






















