बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Election 2025) के दूसरे चरण के नामांकन प्रक्रिया ने शुक्रवार को पूरे राज्य में राजनीतिक हलचल तेज कर दी। राज्य के कई जिलों में उम्मीदवारों ने समर्थकों की भीड़ के साथ नामांकन दाखिल किए, जिनमें बॉलीवुड से लेकर राजनीति के दिग्गज चेहरे तक शामिल रहे। एनडीए और महागठबंधन दोनों ने अपने-अपने प्रत्याशियों की ताकत दिखाने में कोई कसर नहीं छोड़ी।
सीतामढ़ी में नामांकन के दौरान बीजेपी की ओर से राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी की मौजूदगी ने माहौल को पूरी तरह चुनावी रंग में बदल दिया। उन्होंने डुमरा पैरेड ग्राउंड में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार में विकास की लहर जारी रहेगी।
सीतामढ़ी, रीगा, बथनाहा और परिहार सीट से बीजेपी प्रत्याशी सुनील कुमार पिंटू, अनिल राम, बैद्यनाथ प्रसाद और गायत्री देवी ने नामांकन दाखिल किया, जबकि जदयू की ओर से रुन्नीसैदपुर के पंकज मिश्रा और सुरसंड के प्रो. नागेंद्र राउत ने अपने नामांकन पत्र दाखिल किए।

इसी बीच दरभंगा जिले के अलीनगर विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी की स्टार प्रत्याशी लोकप्रिय लोकगायिका मैथिली ठाकुर ने भी अपने समर्थकों के साथ भव्य रूप से नामांकन दाखिल किया। नामांकन के बाद उन्होंने कहा — “प्रधानमंत्री मोदी जी के ‘विकसित भारत’ के सपने को मैं अलीनगर से पूरा करना चाहती हूं। मेरा लक्ष्य इस क्षेत्र को सांस्कृतिक और आर्थिक रूप से समृद्ध बनाना है।” वहीं, इस सीट पर आरजेडी उम्मीदवार विनोद मिश्रा ने पलटवार करते हुए कहा कि “गायन में लोकप्रियता और राजनीति में जनता का समर्थन दो अलग बातें हैं, जनता इस बार अनुभव को चुनेगी।”
बाढ़ में RJD उम्मीदवार लल्लू मुखिया का शक्ति प्रदर्शन.. हजारों समर्थकों के साथ दाखिल किया नामांकन
सारण जिले में भी नामांकन का अंतिम दिन राजनीतिक रैलियों और शक्ति प्रदर्शन में बदल गया। छपरा से आरजेडी प्रत्याशी खेसारी लाल यादव के नामांकन में उमड़ी भीड़ ने प्रशासन को भी चौंका दिया। वहीं, मांझी से एनडीए प्रत्याशी रणधीर सिंह, बनियापुर से केदारनाथ सिंह, गड़खा से सीमांत मृणाल और एकमा से मनोरंजन सिंह उर्फ धूमल सिंह ने भी नामांकन दाखिल किया।
दरभंगा के जाले विधानसभा से एनडीए प्रत्याशी जीवेश मिश्रा ने अपनी सादगी और साइकिल यात्रा के साथ नामांकन किया। वे पहले मंदिर में माथा टेकने पहुंचे और फिर समर्थकों के साथ साइकिल से अनुमंडल कार्यालय पहुँचे। उन्होंने कहा — “मेरे लिए राजनीति सेवा का माध्यम है, न दिखावा, न भीड़। पीएम मोदी और सीएम नीतीश के आशीर्वाद से मैं जनता के बीच सादगी से काम करता हूं।”

कैमूर जिले के रामगढ़ विधानसभा से बीजेपी प्रत्याशी अशोक सिंह ने दो सेट में नामांकन पत्र भरा और कहा कि “बिहार में एनडीए की लहर है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और सम्राट चौधरी के नेतृत्व में हर तबके के लिए काम हुआ है। जो अपने परिवार को नहीं संभाल सके, वो बिहार को क्या संभालेंगे।” उन्होंने विश्वास जताया कि इस बार का परिणाम 2010 से भी बेहतर होगा।
औरंगाबाद जिले में कांग्रेस के आनंद शंकर सिंह, जदयू के प्रमोद कुमार सिंह, चेतन आनंद, लोजपा (आर) के प्रकाश चंद्रा और स्वराज पार्टी के सोमप्रकाश यादव ने नामांकन दाखिल किया। कांग्रेस प्रत्याशी आनंद शंकर सिंह ने कहा कि “बिहार की जनता बदलाव चाहती है,” वहीं एनडीए प्रत्याशी प्रमोद सिंह ने कहा कि वे केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं के साथ रफीगंज का समग्र विकास करेंगे।
नामांकन के दौरान शिवहर की सांसद लवली आनंद भी अपने पुत्र चेतन आनंद के समर्थन में पहुंचीं और कहा — “हम जनता की सेवा करने आए हैं, परिणाम की चिंता नहीं।”
वहीं, चेरिया बरियारपुर से महागठबंधन प्रत्याशी सुशील सिंह कुशवाहा, जो पूर्व मुख्यमंत्री सतीश प्रसाद सिंह के पुत्र और शहीद जगदेव प्रसाद के रिश्तेदार हैं, ने नामांकन दाखिल करते हुए कहा कि वे सामाजिक न्याय और गरीबों की आवाज को विधानसभा में मजबूती से उठाएंगे।






















