बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Chunav 2025) के पहले चरण के मतदान के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को अररिया में एक विशाल जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने एक तरफ मतदाताओं से लोकतंत्र के इस महापर्व में भाग लेने की अपील की, वहीं दूसरी ओर विपक्ष पर करारा हमला बोला। पीएम मोदी ने कहा कि बिहार में आज पूरे प्रदेश से एक ही आवाज़ गूंज रही है— “फिर एक बार NDA सरकार।” उन्होंने कहा कि बिहार के हर कोने से मतदान केंद्रों की उत्साहजनक तस्वीरें सामने आ रही हैं। सुबह से ही मतदाता लोकतंत्र के इस उत्सव में बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं।

प्रधानमंत्री ने जनता से अपील करते हुए कहा कि जो लोग अभी तक वोट डालने नहीं गए हैं, वे जल्द से जल्द अपने मताधिकार का प्रयोग करें। उन्होंने कहा कि बिहार के युवाओं और महिलाओं में अभूतपूर्व उत्साह देखने को मिल रहा है। यह जोश इस बात का प्रतीक है कि बिहार एक बार फिर विकास और स्थिरता के रास्ते को चुन रहा है।
पीएम मोदी ने अपने भाषण में राजद पर तीखा प्रहार किया। उन्होंने कहा कि “1990 से 2005 तक बिहार में जंगलराज की सरकार रही। उन 15 वर्षों ने बिहार को बर्बादी की ओर धकेल दिया। उस दौर में विकास ठप था, अपराध चरम पर था और शासन नाम की कोई चीज़ नहीं थी।” उन्होंने व्यंग्य करते हुए कहा कि “जंगलराज के 15 वर्षों में बिहार में कितने एक्सप्रेसवे बने— शून्य। एक भी IIT या IIM नहीं आया। उस समय की सरकार ने एक पूरी पीढ़ी का भविष्य अंधेरे में डाल दिया।”
इसके विपरीत, प्रधानमंत्री मोदी ने NDA सरकार की उपलब्धियों को गिनाया। उन्होंने कहा कि “नीतीश कुमार ने बिहार को जंगलराज से बाहर निकालने के लिए कड़ी मेहनत की है। 2014 में जब डबल इंजन की सरकार बनी, तब बिहार के विकास को नई रफ्तार मिली। पटना में IIT, बोधगया में IIM, पटना में AIIMS और दरभंगा AIIMS के काम ने बिहार की स्वास्थ्य और शिक्षा प्रणाली को मजबूती दी है।”
उन्होंने आगे कहा कि बिहार में अब एक नहीं बल्कि चार केंद्रीय विश्वविद्यालय स्थापित किए गए हैं, जो यह दिखाता है कि राज्य अब पिछड़ेपन से निकलकर ज्ञान और नवाचार का केंद्र बन रहा है। पीएम मोदी ने कहा कि यह चुनाव सिर्फ सत्ता परिवर्तन का नहीं, बल्कि यह तय करेगा कि बिहार विकास की राह पर आगे बढ़ेगा या फिर अतीत की अंधेरी गलियों में लौट जाएगा।






















