बिहार विधानसभा चुनाव 2025 अब पूरी रफ्तार पर है। दो चरणों में 6 और 11 नवंबर को होने वाले मतदान से पहले राज्य का सियासी माहौल अपने चरम पर पहुंच गया है। हर पार्टी जनता को रिझाने में जुटी है, वादों की बरसात हो रही है और रैलियों से बिहार की फिज़ा पूरी तरह चुनावी रंग में रंग चुकी है। इस बीच आज का दिन बेहद अहम है क्योंकि कांग्रेस नेता राहुल गांधी और राजद नेता तेजस्वी यादव पहली बार एक साथ मंच साझा करने जा रहे हैं — जिससे महागठबंधन के अभियान को नई ऊर्जा मिलने की उम्मीद है।
यह साझा रैली मुजफ्फरपुर के सकरा विधानसभा क्षेत्र और दरभंगा जिले में आयोजित की जा रही है। दोनों ही जगहों पर भीड़ जुटाने और जनसमर्थन पाने के लिए महागठबंधन ने पूरी ताकत झोंक दी है। राहुल गांधी की यह रैली खास इसलिए भी है क्योंकि यह छठ पूजा के बाद बिहार में उनकी पहली बड़ी जनसभा है, जिसे महागठबंधन की नई शुरुआत और एकजुटता का प्रतीक माना जा रहा है।
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राहुल गांधी की जनसभा को लेकर कांग्रेस और महागठबंधन कार्यकर्ताओं में जबरदस्त उत्साह है। सकरा में मंच से पहले से ही नारे गूंज रहे हैं – “बदलाव का वक्त आ गया है।” स्थानीय स्तर पर कांग्रेस के मौजूदा विधायक विजेंद्र चौधरी और उमेश कुमार राम ने कार्यकर्ताओं को संगठित किया है ताकि राहुल गांधी की रैली ऐतिहासिक बन सके।
कार्यक्रम की सफलता सुनिश्चित करने के लिए राजद और वीआईपी के नेताओं ने भी जमीन पर जोरदार मेहनत की है। सकरा की रैली के बाद राहुल गांधी दरभंगा रवाना होंगे, जहां वे महागठबंधन प्रत्याशी के समर्थन में लोगों से वोट करने की अपील करेंगे।






















