बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Election 2025) के नतीजों से पहले राजनीति का माहौल गरमाने लगा है। आरजेडी के वरिष्ठ नेता सुनील कुमार सिंह ने प्रेसवार्ता कर एग्जिट पोल को लेकर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि 11 नवंबर को मतदान खत्म होते ही जैसे-जैसे एग्जिट पोल आने लगे, ऐसा लगा जैसे “एक ही बस से सब उतरकर एनडीए को जिताने में जुट गए।” सिंह ने सवाल उठाया कि जब बिहार के मतदाता अभी वोट डालने के लिए कतार में खड़े थे, तभी एनडीए की जीत के दावे कैसे आने लगे?
सुनील कुमार सिंह ने कहा कि एग्जिट पोल एक सुनियोजित साजिश का हिस्सा है, जिससे जनता के जनादेश को प्रभावित करने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने दावा किया कि “बिहार की जनता ने इस बार बदलाव के लिए वोट किया है, और यह वोट तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बनाने के लिए पड़ा है।” आरजेडी नेता के अनुसार, तेजस्वी यादव की विजन और घोषणाएं हर पंचायत और हर बूथ पर गूंजती रही हैं, और इसका असर मतदान के दिन साफ दिखा।
तेजस्वी यादव का ऑपरेशन काउंटिंग.. हर सीट पर बनाई रणनीति, एक भी ‘वोट चोरी’ नहीं होगा !
उन्होंने मतगणना को लेकर भी गंभीर आशंका जताई और कहा कि “अगर मतगणना के दौरान कोई गड़बड़ी हुई तो यह बिहार के लोकतंत्र के लिए सबसे बड़ा झटका होगा।” सुनील सिंह ने चेतावनी दी कि यदि प्रशासन या रिटर्निंग ऑफिसर किसी प्रकार की हेराफेरी करते हैं, तो “बिहार में ऐसा दृश्य देखने को मिलेगा जो नेपाल या बांग्लादेश जैसा होगा।”
सिंह ने भावनात्मक लहजे में कहा, “हम अधिकारियों से हाथ जोड़कर विनती करते हैं कि गलत काम न करें। बिहार के लोग अब जाग चुके हैं। अगर रिटर्निंग ऑफिसर निष्पक्षता बरतते हैं तो सब ठीक रहेगा, वरना जनता सड़कों पर उतर आएगी और इतिहास ऐसा दृश्य देखेगा जो पहले कभी नहीं देखा गया।”
आरजेडी नेता ने कहा कि “2020 के चुनाव में भी चार-चार घंटे मतगणना रोक दी गई थी, इस बार अगर ऐसा हुआ तो स्थिति गंभीर हो सकती है।” उन्होंने प्रशासन को चेताया कि यह चुनाव किसी एक दल का नहीं, बल्कि बिहार के भविष्य का फैसला है।






















